हिमाचल सरकार रेलवे नेटवर्क के विस्तारीकरण के लिए दृढ़ संकल्प

विधानसभा-संकल्प

हिमाचल सरकार रेलवे नेटवर्क के विस्तारीकरण के लिए दृढ़ संकल्प

शिमला, 19 मार्च। उद्योग व परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में रेलवे नेटवर्क के विस्तारीकरण के लिए दृढ़ संकल्प है। इसके लिए केंद्र सरकार के साथ समन्वय से कार्य कर रही है। बिक्रम ठाकुर आज विधानसभा में गैर-सरकारी सदस्य दिवस के तहत कांग्रेस सदस्य रामलाल ठाकुर द्वारा प्रदेश में रेलवे के विस्तारीकरण को सुदृढ़ करने के लिए नियम 101 के तहत लाए गए संकल्प पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे। बाद में सदन ने इस संकल्प को ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया।

बिक्रम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने चंडीगढ़-बद्दी रेल लाइन को विशेष रेल परियोजना घोषित किया है। इस परियोजना की लागत को केंद्र और प्रदेश सरकार 50:50 प्रतिशत की हिस्सेदारी के रूप में वहन करेगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिए 232 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जारी की जा चुकी है और इसमें से 177 करोड़ रुपए से अधिक रेलवे द्वारा दिए गए हैं, जबकि प्रदेश सरकार ने 54.50 करोड़ रुपए जारी किए हैं।

उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 54.1 किमी. लंबी ऊना-हमीरपुर नई ब्रॉडगेज लाइन और 475 किमी. लंबी बिलासपुर-मंडी-लेह नई ब्राडगेज रेल लाइन का मामला केंद्र सरकार से उठाया है और ये दोनों मामले भारत सरकार के विचाराधीन हैं। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़-बद्दी और भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य प्रगति पर है। भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल लाइन के लिए रेल मंत्रालय ने 731 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जारी भी कर दी है।

बिक्रम ठाकुर ने कहा कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने चंडीगढ़-बद्दी और भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल लाइनों पर काम तेज करने के लिए हाल ही में निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा शिमला-कालका रेल लाइन पर एक विस्ताडोम कोच चलाने की भी घोषणा की है। पांवटा-जगाधरी रेल लाइन का भी नए सिरे से सर्वेक्षण करवाने के लिए रेल मंत्री सहमत हो गए हैं। इसके अलावा प्रदेश में रेलवे लाइनों पर प्रस्तावित सभी ओवरब्रिजों का चरणबद्ध ढंग से निर्माण किया जाएगा।

इससे पहले, कांग्रेस सदस्य रामलाल ठाकुर ने प्रदेश में रेलवे के विस्तारीकरण को सुदृढ़ करने को लेकर लाए गए संकल्प पर चर्चा शुरू करते हुए कहा कि रेलवे विस्तार के क्षेत्र में हिमाचल की अनदेखी हुई है। उन्होंने कालका-शिमला हैरिटेज रेलवे ट्रैक को ब्राडग्रेज लाइन के रूप में तब्दील करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ऐसा करके रेल को शिमला जिला के सेब बहुल क्षेत्र तक पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने भानूपल्ली-बैरी होते हुए रेलमार्ग को लेह तक पहुंचाने की वकालत की। उन्होंने प्रदेश के धार्मिक स्थलों को रेलमार्ग से जोड़ने की भी मांग की। वहीं, रेलवे को शक्तिपीठ ज्वालामुखी और श्री नयनादेवी जी से होते हुए आनंदपुर साहिब से जोड़ने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण भानूपल्ली-लेह रेलमार्ग की वकालत करते रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद बात आगे नहीं बढ़ पाई है।

विधायक बलबीर सिंह ने भी प्रदेश के धार्मिक स्थलों को रेलमार्ग से जोडने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सांसद सुरेश चंदेल, प्रेम कुमार धूमल व अनुराग ठाकुर के प्रयासों की बदौलत ही प्रदेश में रेलवे दौलतपुर चौक तक पहुंच पाई है। उन्होंने अंब से होशियारपुर रेलमार्ग के लिए सर्वे करवाने का आग्रह किया। कांग्रेस के राजेंद्र राणा ने कहा कि चुनाव के समय ही ऊना से हमीरपुर को रेलमार्ग से जोड़ने का मामला उठता है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार होने के अलावा अनुराग ठाकुर केंद्र में वित्त जैसा महत्वपूर्ण विभाग देख रहे हैं। ऐसे में अब कोई बहाना नहीं चलेगा और अब रेल हमीरपुर तक पहुंचनी चाहिए।

भाजपा सदस्य कर्नल इंद्र सिंह ने कहा कि रेलवे विस्तार न होने से प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति नहीं मिल पाई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विकास की दृष्टि से भी रेल नेटवर्क को बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि चीन ने सीमावर्ती क्षेत्र तक रेल विस्तार कर लिया है। ऐसे में प्रदेश में रेल विस्तार को बढ़ाने की आवश्यकता है।

कांग्रेस सदस्य जगत सिंह नेगी ने प्रदेश की सबसे पुराने रेलमार्ग कालका-शिमला ट्रेक से छेड़छाड़ न करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बरसों से फोरलन तो बन नहीं पाए हैं, ऐसे में हैरिटेज ट्रैक को छेड़ना ठीक नहीं है। भाजपा सदस्य सुभाष ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में रेल आने से हिमाचल की आर्थिकी को बल मिलेगा। विधायक होशियार सिंह, सुंदर ठाकुर, लखविंद्र राणा, विनोद कुमार, सतपाल रायजादा, सुखविंद्र सिंह सुक्ख ने भी चर्चा में हिस्सा लिया।