हिमाचल को पहले चरण में मिलेगी कोरोना वैक्सीन की 93 हजार डोज

शिमला, 12 जनवरी। कोरोना वैक्सीन लगाने के पहले चरण में हिमाचल प्रदेश को केंद्र से कोरोना वैक्सीन की 93 हजार डोज मिलेंगी। कोरोना वैक्सीन की ये डोज कल से शिमला सहित विभिन्न केंद्रों पर पहुंचना आरंभ हो जाएगी। पूरे देश की तरह राज्य में भी सर्वप्रथम कोरोना वैक्सीन पहली पंक्ति के कोरोना योद्धाओं को लगाई जाएगी। ये बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला में जिलों के उपायुक्तों के साथ कोविड-19 टीकाकरण की तैयारियों और बर्ड फ्लू निगरानी की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि इसमें राज्य, केंद्र सरकार और सशस्त्र बलों के स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता शामिल होंगे। इसके लिए 46 स्थलों का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण को प्रभावी रूप से कार्यान्वित करने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यसचिव की अध्यक्षता में राज्यस्तरीय संचालन समिति, सचिव स्वास्थ्य की अध्यक्षता में राज्य टास्क फोर्स, जिला स्तर पर उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स और खंड स्तर पर उपमंडलाधिकारी की अध्यक्षता में खंड टास्क फोर्स का गठन किया है। उन्होंने कहा कि राज्य वेक्सिनेशन स्टोर शिमला में स्थापित किया गया है, जबकि धर्मशाला और मंडी में क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी 12 जिलों में जिला वैक्सीन स्टोर स्थापित किए गए हैं। चिकित्सा महाविद्यालयों, खंड स्तर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी 371 स्टोर बनाए गए हैं।

जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रत्येक लांच साइट के लिए वैक्सीन के 10 प्रतिशत अपव्यय के साथ संभावित वैक्सीन आवंटन की गणना की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक बार खोली गई वैक्सीन की शीशी का उपयोग चार घंटे के भीतर ही करना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान आवंटन में फर्स्ट इन फर्स्ट आउट के साथ लाभार्थी के लिए द्वितीय डोज सुरक्षित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य ने लाभार्थियों के अनुसार एडी सिरिंज पर्याप्त मात्रा में प्राप्त की हैं और उन्हें जिलों को वितरित कर दिया गया है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 0.5 मिली लीटर एडी सिरिंजों का अतिरिक्त भंडारण राज्य वैक्सीन स्टोर परिमहल शिमला तथा क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर मंडी व धर्मशाला में किया गया है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि इस टीकाकरण से संबंधित जानकारी सूचना, शिक्षा एवं संचार सामग्री तैयार कर पंचायत स्तर पर उपलब्ध करवाई जानी चाहिए, ताकि लोगों को इस टीकाकरण से संबंधित जानकारी के बारे जागरूक किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों के साथ बर्ड फ्लू की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने उपायुक्तों को जलाशयों के किनारों की कड़ी निगरानी करने और मृत पक्षियों का समुचित निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू के दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने अन्य राज्यों से पोल्ट्री उत्पाद लाने पर रोक लगाई है।