मौसम ने करवट बदली
सात अप्रैल तक प्रदेश में आंधी, अंधड़ और ओलावृष्टि का येलो अलर्ट
शिमला, 5 अप्रैल। हिमालय क्षेत्र में सक्रिय हुए ताजा पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम ने हिमाचल प्रदेश में करवट बदल ली है। राज्य के जनजातीय जिला किन्नौर, लाहौल स्पिति और कुल्लू जिला की ऊंची चोटियों पर आज सुबह से ही रुक-रुक कर हल्का हिमपात हो रहा है। लाहौल स्पिति में इस ताजा बर्फबारी से ठंड का प्रकोप फिर से बढ़ गया है। जिले के बारालाचा और जिंग-जिंग बार में आज आधा फुट से अधिक ताजा हिमपात हो चुका है। इसके चलते मनाली-लेह मार्ग पर दारचा से आगे वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। घाटी में अप्रैल महीने में ठंड के फिर से चरम पर पहुंचने के चलते मटर की बिजाई में भी दिक्कतें आ रही हैं।
प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में आज बादल छाए रहे और कई स्थानों पर तेज हवां भी चलीं। कुल्लू, हमीरपुर और शिमला जिला के कुछ हिस्सों में बूंदा-बांदी भी हुई। राजधानी शिमला में सुबह से ही तेज हवाओं का लोगों को सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार बीती रात भावानगर, उदयपुर, कल्पा, सराहन, रिकांगपिओ और केलंग में वर्षा भी हुई। मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य में सात अप्रैल तक व्यापक रूप से वर्षा और बर्फबारी की संभावना है। विभाग ने आज से सात अप्रैल तक राज्य के मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने, आसमानी बिजली गिरने, अंधड़ आन और ओलावृष्टि का येलो अलर्ट भी जारी किया है।
इस बीच मौसम विभाग के पूर्वानुमानों से जहां प्रदेश में सूखे की मार झेल रहे लोगों को कुछ राहत की उम्मीद बंधी है वहीं ओलावृष्टि और आंधी तूफान के अलर्ट से खासकर सेब बागवानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। राज्य के सेब उत्पादक शिमला और कुल्लू जिलों में इन दिनों सेब के बागीचों में फ्लावरिंग जोरों पर है। ऐसे में इन क्षेत्रों में जरा सी भी ओलावृष्टि सेब का स्वाद बिगाड़ सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में बादल छाए रहने और ऊपरी इलाकों में बर्फबारी के चलते बीते 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम रहा। इस दौरान अधिकतम तापमान में 4 से 5 डिग्री की गिरावट आई। आज ऊना प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा जहां अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।