हिमाचल में सभी शैक्षणिक संस्थान 10 मई तक बंद

कोरोना का कहर

हिमाचल में सभी शैक्षणिक संस्थान 10 मई तक बंद

शिमला, 29 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते प्रकोप के बीच सरकार ने प्रतिबंध और सख्त कर दिए हैं। सरकार ने आज से राज्य में वैवाहिक और अन्य सभी प्रकार के आयोजनों में धाम पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही राज्य के सभी शिक्षण संस्थान और मंदिर 10 मई तक बंद रखने का भी निर्णया लिया है। ये निर्णय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में आज शिमला में राज्य में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया।

मुख्यमंत्री ने बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में तीव्रता से हो रही वृद्धि चिंता का विषय है। प्रदेश सरकार इस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और सरकार ने कई कठोर निर्णय भी लिए हैं। सरकार ने विवाह और अन्य सामाजिक आयोजनों में केवल 20 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति देने का निर्णय लिया है। प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थान और श्रद्धालुओं के लिए मंदिर भी 10 मई तक बंद रहेंगे। सभी सरकारी कार्यालय में पांच कार्य दिवस होंगे और 10 मई तक कार्यालयों में श्रेणी तीन व चार की 50 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जानी चाहिए।

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में ज्यादा कोविड प्रभावित जिलों जैसे कांगड़ा, मण्डी, शिमला, सोलन, ऊना और सिरमौर के अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदेश में कोविड के सैम्पल लेने के कार्य में तेजी लाई जाएगी और रिपोर्ट भी कम समय में उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों पर निगरानी रखने के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित किया जाएगा। देश के अन्य राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों को 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहना अनिवार्य होगा और इन्हें अपने आने की सूचना स्थानीय प्रशासन और पंचायती राज संस्थाओं व शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों से साझा करनी होगी।

जय राम ठाकुर ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से 5000 डी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर और 3000 बी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान करने का आग्रह किया ताकि राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी न हो।

स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव, आर.डी. धीमान और जे.सी. शर्मा, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल हुए।