हिमाचल में रूंड-मुंड होने लगे पहाड़
शिमला, 14 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश में गर्मियों के आगाज पर ही पहाड़ रूंड-मुंड होने लगे हैं। कारण है प्रदेश में सर्दियों के दौरान हुई बहुत कम वर्षा व बर्फबारी तथा सूखे के दौर का लगातार लम्बा खींचना। नतीजतन राज्य में गर्मियों की दस्तक पर ही जंगलों में आग भड़क उठी है।
जानकारी के अनुसार हिमाचल में बीते दो हफ्तों में ही जंगलों में आग की 340 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन घटनाओं में अभी तक राज्य के 3500 हेक्टेयर जंगल राख हो चुके हैं जिनमें करोड़ों रुपए की वनसंपदा के साथ-साथ इमारती लकड़ी और वन्य जीव भी जल गए।
वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अभी तक सर्वाधिक वनों में आग लगने की 73 घटनाएं मंडी वन सर्कल में हुई हैं। यहां लगभग 1035 हेक्टेयर जंगल आग की भेंट चढ़ गए हैं। इसी तरह शिमला वन वृत में 345 हेक्टेयर और धर्मशाला वन वृत में 271 हेक्टेयर क्षेत्र पर वन तबाह हो गया है।
जानकारी के अनुसार वनों में आग लगने की ये अधिकांश घटनाएं जानबूझ कर आग लगाने की हैं। इसे लेकर प्रदेश भर में पुलिस ने 90 एफआईआर दर्ज की हैं। इनमें से शिमला वृत्त में 29, मंडी में 18, हमीरपुर में 15, धर्मशाला में 8, सोलन में 7, बिलासपुर में 5, रामपुर में चार और चंबा व धर्मशाला वृत्तों में एक-एक मामला दर्ज हुआ है।
इस बीच प्रदेश में वनों मं आग लगने की घटनाएं लगातार जारी हैं। प्रदेश सरकार के नाक तले राजधानी शिमला के आसपास ही जंगलों में आधा दर्जन स्थानों पर आग लगी हुई हैं और आसमान पर धूएं के बादल छाए हुए हैं। ऐसे में अब प्रदेशवासी आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठें हैं ताकि बारिश हो और ये आग बुझे।