शिमला। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि प्रदेश सरकार की झोली खाली है और बजट में प्रदेशवासियों को झांसा देने की कोशिश की गई है। उन्होंने बजट को दिशाहीन और दृष्टिहीन करार दिया तथा प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर श्वेत पत्र जारी करने की मुख्यमंत्री से मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री बजट को लेकर होम वर्क करके नहीं आए थे। यही कारण है कि बजट में न तो महंगाई को कम करने का कोई जिक्र है और न ही बजटीय घाटे को पूरा करने का कोई प्रावधान। उन्होंने गैप फंडिंग को छुपाने के मुख्यमंत्री के प्रयास को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बजट में कर्जे की स्थिति की कोई जिक्र नहीं है, जबकि प्रदेश पर कर्जों का बोझ 60,500 करोड़ रुपए से भी अधिक हो गया है। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री सदन को आश्वासन दें कि पूरा साल सरकार कोई नया टैक्स नहीं लगाएगी। अग्निहोत्री ने सरकार पर वित्तीय कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि जयराम सरकार कर्जे की बैसाखियों पर चल रही है। उन्होंने बजट दस्तावेजों को अधूरा करार देते हुए कहा कि इसमें गिनाई गई अधिकांश योजनाएं केंद्र सरकार की हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश सरकार पर बैकडोर नौकरियों के लिए दरवाजे खोलने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो 30 हजार पद भरने की घोषणा की है, वह सभी विभागीय स्तर पर भरे जाएंगे और इन्हें भरने के लिए कर्मचारी चयन आयोग अथवा लोकसेवा आयोग को पूरी तरह दरनिकार कर दिया गया है।