हिमाचल में कमजोर पड़ने लगी संक्रमण की रफ्तार
अभी भी डरा रहे हैं मौत के मामले
शिमला, 22 मई। हिमाचल प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगा है। राज्य में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार नीचे की तरफ गिर रही है। आज राज्य में केवल 2341 नए कोरोना संक्रमित पाए गए। हालांकि कोरोना से मौतों का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में आज भी कोरोना ने 55 लोगों की जान ले ली। इनमें से सर्वाधिक 17 मौतें कांगड़ा जिला में हुई। इसके अलावा हमीरपुर में 9, सोलन में 7, मंडी में 6, ऊना और शिमला में 4-4, चंबा और सिरमौर में 3-3 और कुल्लू में 2 कोरोना मरीज की मौत हो गई। इसी के साथ राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2693 हो गई है।
इस बीच आज प्रदेश में 2341 नए कोरोना मामलों की पुष्टि हुई। इनमें से सर्वाधिक 698 मामले कांगड़ा जिला में दर्ज किए गए। इसके अलावा मंडी में 318, शिमला में 224, बिलासपुर में 192, ऊना में 182, सोलन में 174, हमीरपुर में 139, सिरमौर में 137, चंबा में 136, कुल्लू में 21, लाहौल स्पिति में 49 और किन्नौर में 12 और नए मामले पाए गए हैं। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मामलों का आंकड़ा बढ़कर 177725 हो गई है। इनमें से 28788 मामले सक्रिय हैं। प्रदेश में आज 5017 लोग कोरोना से स्वस्थ हुए। राज्य में अब तक 146219 लोग कोरोना से स्वस्थ हो चुके हैं।
प्रदेश में आज 15011 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया। इनमें से 1519 की रिपोर्ट आना बाकी है। राज्य में अभी तक 1822120 लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है।
फिर चलेगा एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान
हिमाचल प्रदेश में कोरोना अब गांव-गांव तक फैल गया है। इसका मुख्य कारण लोगों द्वारा सर्दी, जुकाम और खांसी जैसी बीमारी को छुपाना तथा डाक्टरों का परामर्श न लेना और घर पर ही रहना है। इसके चलते ये बीमारी अब गांव-गांव में फैलती जा रही है। नतीजतन सरकार ने कोरोना की प्रथम लहर की तर्ज पर अब फिर से एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाने का फैसला किया है। इस अभियान के तहत सर्दी, जुकाम और खांसी वाले मरीजों का पता लगाया जाएगा। अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर ऐसे रोगों का पता लगाएगी।
सम्मानित होंगी पंचायतें
जयराम ठाकुर सरकार ऐसी पंचायतों को सम्मानित करेंगी जो कोरोना महामारी से लड़ने में सरकार की मदद कर रही हैं। सरकारी अमले के स्तर पर गांव-गांव में कोरोना मरीजों का पता लगाना मुश्किल है। ऐसे में पंचायत प्रतिनिधि ही ऐसी प्राईमरी इकाई है जो संक्रमित मरीजों के बारे में सरकार को सही जानकारी दे सकती है। इसी के फलस्वरूप सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकने में मदद कर रही पंचायतों को प्रोत्साहित करने के नजरिये से ये फैसला लिया है।
सामाजिक समारोहों से परहेज करें लोग
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेशवासियों से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सामाजिक समारोहों खासकर शादी समारोहों से परहेज करने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शादी समारोहों को ज्यादा देर तक रोकना संभव नहीं है लेकिन इसे सूक्ष्म तौर पर आयोजित कर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। उन्होंने लोगों से धार्मिक समारोहों को टालने की भी अपील की है।