केंद्रीय बजट केवल आंकड़ों का मायाजाल -डाॅ0 तंवर
शिमला 04 फरवरी केंद्रीय वित मंत्री द्वारा वर्ष 2022-23 के लिए प्रस्तुत किया गया बजट केवल आंकड़ों का मायाजाल है। हिमाचल प्रदेश के लिए कोई भी बड़ी योजना का बजट में कोई उल्लेख नहीं है। यह बात हिमाचल प्रदेश किसान सभा के अध्यक्ष डाॅ0 कुलदीप तंवर ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि बजट में न ही किसानों और बागवानों के लिये कोई प्रावधान किया गया है । और न ही बेरोजगारी ओर महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए भी कोई योजना बनाई गई। इससे यह साफ जाहिर होता है कि केंद्र सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है । इस बजट में किसी भी वर्ग को कोई राहत नहीं दी गई है । कालका-शिमला रेलवे लाईन आजादी के बाद एक इंच भी आगे नहंी खिसक पाई जोकि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि न किसानों की आय दोगुना हुई, न मध्यम वर्ग को टेक्स में कोई छूट मिली, न महंगाई से राहत मिली न मनरेगा के बजट में बढ़ोतरी हुई। जिससे एक गरीब आदमी को कोई फायदा मिलता। नई नौकरियों के सृजन और रोजगार गारंटी का बजट में कोई उल्लेख नही है। पिछले वर्ष के बजट की जो घोषणाएं थी, वो भी पूरी नही हुई हैं। सिर्फ आंकड़ों के जाल का तानाबाना बुना गया है। जिसमें अच्छे दिनों के लिय अभी और 25 साल इंतजार करना पड़ेगा। उन्होंने कहा किें राज्य की डबल इंजन की सरकार प्रदेश के लिये विशेष आर्थिक पैकेज लाने में नाकाम रही है।