उपायुक्त ने जल संग्रहण व जल संचयन पर ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों से गहनता से विचार-विमर्श किया

शिमला, 20 दिसम्बर
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज यहां रोजना हाॅल में माननीय उच्च न्यायालय के आदेशानुसार अग्निशमन सुरक्षा के संदर्भ में बैठक ली।उन्होंने वन अधिकारियों से वनों में लगातार लगती आग में चीड़ के पत्तों को एकत्रित करने के लिए ठोस नीति गठन करने का अनुरोध किया, ताकि सामुदायिक स्तर पर इस समस्या से निजात दिलाई जा सके और चीड़ के पत्तों का ग्रामीण स्तर पर सदुपयोग संभव हो सके।उपायुक्त ने जल संग्रहण व जल संचयन पर ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों से गहनता से विचार-विमर्श किया और उनके सुझाव आमंत्रित किए। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए कि वे जागरूकता शिविरों से स्थानीय लोगों को जल संग्रहण के महत्व को समझाएं तथा पंचायत जनप्रतिनिधियों को भी इस मुहिम में सम्मिलित करें।आदित्य नेगी ने अग्निशमन विभाग के अधिकारियों से फायर हाइड्रंट के निरीक्षण के आदेश दिए और नए फायर हाइड्रंटस के लिए स्थान चिन्हित करने पर बल दिया। उन्होंने दमकल विभाग के अधिकारियों को छोटे वाहनों को शहर की तंग गलियों में इस्तेमाल करने के आदेश दिए ताकि आगजनी की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।उन्होंने अग्निशमन सुरक्षा के संदर्भ में संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करने पर बल दिया और उपमण्डलाधिकारियों, वन, जल शक्ति, नगर निगम, ग्रामीण विकास व शहरी विकास विभागों के अधिकारियों को बेहतर समन्वय स्थापित करने का आह्वान किया ताकि कार्यों में अतिव्यापी की समस्या उत्पन्न न हो।  अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) राहुल चौहान ने बैठक का संचालन किया और विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की।इस अवसर पर उपमण्डलाधिकारी शिमला ग्रामीण निशांत ठाकुर, सहायक आयुक्त डाॅ. पूनम एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।