शिमला, 9 जुलाई। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज शिमला में राज्य सरकार के स्वर्णिम दृष्टि-पत्र की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह और शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर भी इस बैठक में उपस्थित थे।
बैठक में स्वर्णिम दृष्टि-पत्र में सूचीबद्ध विकासात्मक कार्यों की समीक्षा की गई और शेष कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। बैठक में तहसीलदारों, पटवारियों और वन विभाग के अधिकारियों को सम्बन्धित क्षेत्रों में अवैध पदार्थों की खेती के सम्बंध में जबावदेही सुनिश्चित करने के लिए प्रावधान तैयार करने के निर्देश दिए।
शहरी विकास मंत्री ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को विभाग द्वारा राजस्व रिकॉर्ड को कम्प्यूट्रीकृत करने में तेजी लाने और राजस्व विभाग द्वारा प्रदान की जा रही ऑनलाइन सेवाओं के प्रचार करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जा रही इंटर्नशिप और फैलोशिप कार्यक्रमों का प्रचार करने के भी निर्देश दिए, जिससे राज्य के युवाओं को अधिक अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने आपदा से निपटने के लिए टास्क फोर्स गठित करने के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के भी निर्देश दिए।
बैठक के दौरान बताया गया कि समार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत शिमला और धर्मशाला में बड़ी संख्या में कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा 61 लाख रुपये का प्लास्टिक कचरा खरीदा गया है, जिसे विभिन्न कार्यों में प्रयोग किया गया है। शिमला शहर को ग्रीन सिटी बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। शिमला शहर में सरकारी भवनों के छतों पर 2.50 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं।