स्वां वुमन फेडरेशन की कार्यप्रणाली देख प्रभावित हुए डीसी

राघव शर्मा ने मसाला प्रसंस्करण संयंत्र का किया निरीक्षण

शिमला, 11 जून। उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने आज स्वां वुमन फेडरेशन के कार्यालय तथा बढ़ेडा स्थित मसाला प्रसंस्करण संयंत्र का निरीक्षण किया। फेडरनेशन के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को प्रदान किए जा रहे लघु ऋणों के बारे में जानकारी ली।

उपायुक्त ने कहा कि स्वां वुमन फेडरेशन जिला में महिला सशक्तिकरण की मिसाल बन कर उभरा है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत भी इसी प्रकार के स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जाता है तथा जिला में भी बांस के उत्पाद से लेकर ग्लेज पॉट्री तक के कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की सफलता के लिए नेतृत्व क्षमता काफी मायने रखती है और फेडरेशन ने इसे बखूबी करके दिखाया है।

इस दौरान आर के डोगरा ने उपायुक्त राघव शर्मा को बताया कि स्वां वुमन फेडरेशन के साथ जिला ऊना के 838 स्वयं सहायता समूह जुड़े हुए हैं। सोसाइटी की नेटवर्थ 12.15 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है और अब तक लघु ऋण के रूप में 2051 महिलाओं को 4.46 करोड़ रुपए वितरित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को घर के छोटे-छोटे कामों के लिए बिना किसी गारेटी के ऋण प्रदान किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015-16 में सबसे पहले सोसाइटी के माध्यम से 8 महिलाओं ने ऋण लिया था। जबकि मौजदूा वित्त वर्ष में 10 जून तक 552 महिलाओं ने 1.30 करोड़ रुपए कर्ज लिया है।

इसके बाद उपायुक्त राघव शर्मा ने स्वां वुमन फेडरेशन के बढ़ेड़ा स्थित मसाला प्रसंस्करण संयंत्र का भी निरीक्षण किया तथा महिलाओं से उनके अनुभवों के बारे में विस्तार से चर्चा की। इस दौरान फेडरेशन की अध्यक्षा सुभद्रा चौधरी ने बताया कि फेडरेशन हल्दी, लाल मिर्च, गरम मसाला तथा धनिया पाउडर तैयार करती है, जिसे खुले बाजार के साथ सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्मय से बेचा जा रहा है। स्वां वुमन फेडरेशन के तैयार मसाले जिला चंबा, कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना तथा बिलासपुर में भेजे जा रहे हैं तथा इस कार्य से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है।