शिमला. प्रदेश के युवा व तेजतर्जार राजपूत नेता सुखिविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस की यंग ब्रिगेड में अपनी ताकत को साबित कर दिया है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रहे सुक्खू ने युवा कांग्रेस के चुनाव में जिला से लेकर प्रदेशाध्यक्ष के पद पर अपने समर्थकों को जिताने में सफल रहे हैं। कांग्रेस में युवा कांग्रेस का संगठन में बहुत महत्व है और सुक्खू प्रदेश स्तर पर प्रदेश स्तर पर अपनी ब्रिगेड खड़ी करने में सफल रहे हैं। युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में ऑनलाइन वोटिंग में सुक्खू समर्थक किन्नौर जिले के निगम भंडारी ने प्रथम स्थान पर कब्जा किया है। इसके साथ ही प्रदेश के 12 जिलों में से 9 जिलों में सुक्खू समर्थक युवा नेता ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस की यंग ब्रिगेड में अपनी यही ताकत के कारण सुक्खू संगठन में महत्वपूर्ण हैं। सुक्खू की इस ताकत का अनुमान कांग्रेस हाईकमान को भी है, जिससे ही हाईकमान हर समय सुक्खू के मत को महत्व देता है और आगे भी देता रहेगा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू की जड़े हिमाचल की सियासी जमीन पर युवाओं के कारणा ही बहुत मजबूत हैं। सुक्खू ने राजनीति में कदम एनएसयूआई और युवा कांग्रेस की सियासत से ही रखा है। वह एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं और फिर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बने। जिसके कारण ही प्रदेश के युवा नेता सुक्खू को अपना आदर्श मानते हैं और उनके अनुसरण करते हैं। युवा कांग्रेस की सियासत से कांग्रेस की सियासत में आए सुक्खू भी हमेशा युवा ब्रिगेड का महत्व समझते हैं और युवा नेताओं को राजनीति में आगे लाने का प्रयास करते हैं। इसी का परिणाम हैं कि प्रदेश में हुए युवा कांग्रेस के चुनाव में सुक्खू समर्थकों को विजय मिली है। युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्षों के चुनाव में सुक्खू समर्थकों ने 12 में से 9 जिलों में विजय प्राप्त की है तो प्रदेशाध्यक्ष पद पर निगम भंडारी पहले स्थान पर है। युवा कांग्रेस के चुनाव के नियमों के अनुसार वोटिंग में प्रथम तीन स्थानों में आए उम्मीदवरों में से ही युवा कांग्रेस का अध्यक्ष घोषित होगा। समान्यतया वोटिंग में प्रथम आए उम्मीदवार को ही अध्यक्ष घोषित किया जाता है। वर्तमान चुनाव के लिए हुई ऑन लाइन वोटिंग में निगम भंडारी पहले स्थान पर, यदुपति ठाकुर दूसरे स्थान पर और तीसरे स्थान पर अमित पठानिया ने स्थान बनाया है। अब संगठन की औपचारिकता के बाद शीघ्र ही प्रदेशाध्यक्ष पद की घोषणा की जाएगी। युवा कांग्रेस के चुनाव में सुक्खू ने यह साबित कर दिया है कि कांग्रेस की युवा ब्रिगेड में उनका ही दबदबा कायम है। सुक्खू ने युवा कांग्रेस के चुनाव में अपनी सियासी रणनीति के तहत ऐसी बिछात बिछाई की कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताओं को पछाड़ दिया। सुक्खू को संगठन का बहुत ही लंबा अनुभव है। उन्होंने यह सियासी रणनीति एनएसयूआई, युवा काग्रेस और फिर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए अनुभवों के आधार पर मजबूत की है जिसका फायदा उन्हें मिल रहा है।