सुक्खू सरकार का बड़ा फैसला

सुक्खू सरकार का बड़ा फैसला
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग भंग
मुख्यमंत्री के गृह जिले में था आयोग का कार्यालय
शिमला, 21 फरवरी।
हिमचल प्रदेश सरकार ने आज एक बड़ा फैसला लेते हुए हमीरपुर स्थित हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज दिल्ली रवाना होने से पहले कर्मचारी चयन आयोग को भंग करने का शिमला में ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जो परीक्षाएं हो चुकी हैं और जिनकी डॉक्यूमेंटेंशन बाकी है उनका सारा कार्य हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग करेगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग की जब तक कोई विकल्प या टैस्टिंग एजेंसी नहीं बन जाती तब तक आयोग का सारा कार्य लोक सेवा आयोग के हवाले रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कर्मचारी चयन आयोग के मामले की जांच चल रही है और पेपर लीक मामले में जो भी कर्मचारी संलिप्त हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आयोग के कर्मचारियों को सरकार ने सरप्लस पूल में डाल दिया है और इन्हें अपनी इच्छा के विभागों में जाने के लिए विकल्प दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग में पिछले तीन साल से पेपर लीक के मामले हो रहे थे। सरकार द्वारा करवाई गई जांच में जांच एजेंसियों ने चयन आयोग विवाद मामलों में तथ्यों को सही पाया और इसी आधार पर आज सुबह जब फाईनल रिपोर्ट आई तो इसके बाद सरकार ने चयन आयोग को तुरंत भंग करने का फैसला ले लिया।गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिले में है। ऐसे में अपने जी ज़िले के इस बड़े संस्थान को हमेशा के लिए बन्द कर देने का फैसला उनके लिए आसान नहीं था और उन्हें आने वाले समय में भी आयोग को बन्द करने के मुद्दे पर हमीरपुर में ही विरोध झेलना पड़ सकता है।