शिमला, 2 अगस्त। हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सत्तापक्ष और विपक्ष से मॉनसून सत्र के दौरान रचनात्मक सहयोग की अपील की है। परमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लिया है। हिमाचल प्रदेश भी इससे अछूता नहीं रहा है। कोरोना कम हुआ है, लेकिन थमा नहीं है। लोकतंत्र की पालना करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक परम्पराओं की पालना करते हुए छह महीने के भीतर सत्र का आयोजन करना जरूरी है। परमार ने कहा कि सदन के कई सदस्य कोरोना से संक्रमित हुए और ठीक भी हुए हैं। उन्होंने सभी सदस्यों का सदन में स्वागत किया और निवेदन किया कि सभी सदस्य अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे और सदन की उच्च परंपराओं का सम्मान करते हुए चर्चा में हिस्सा लेंगे।
विपिन परमार ने कहा कि बजट और मानसून सत्र के बीच कई महान विभूतियां हमारे बीच से गई हैं। वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह और नरेंद्र बरागटा हमारे बीच नहीं है। साथ ही तीन पूर्व सदस्यों का भी इस दौरान निधन हुआ है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से भी काफी नुकसान राज्य का हुआ है और कई अमूल्य जानें भी गई हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच यह सत्र हो रहा है और ऐसे में सभी सदस्य इसमें अपना सहयोग दें। उन्होंने सभी सदस्यों को आश्वस्त किया कि उन्हें उनके क्षेत्र की समस्याओं को उठाने के लिए पूरा मौका मिलेगा और सदस्य भी परंपराओं का ध्यान रखेंगे और नियमों की परिधि में सभी सदस्य अपनी बात रखेंगे। उन्होंने सदन के संचालन के लिए सभी सदस्यों से आसन का सहयोग करने का आग्रह किया।