राजनीति सिद्धू के बस की बात नहीं : अलका लांबा

सिद्धू को फिर से कपिल शर्मा शो में जाने की नसीहत

गुजरात नशा प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग

शिमला, 29 सितंबर। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के पार्टी पद से इस्तीफे के साथ ही कांग्रेसियों ने उनपर जोरदार हमले भी शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा ने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि राजनीति नवजोत सिंह सिद्धू की बस की बात नहीं है क्योंकि राजनीति एक गंभीर विषय है और सिद्धू विषय को पकड़ नहीं पा रहे हैं। उन्होंने सिद्धू को फिर से कपिल शर्मा शो में वापिस जाने की नसीहत दे डाली और कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने सिद्धू पर भरोसा किया था लेकिन वह पार्टी के भरोसे पर खरे नहीं उतरे।

अलका लांबा ने गुजरात की एक बंदरगाह पर पकड़ी गई नशे की भारी खेप के मामले में केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि इस मामले की सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से न्यायिक जांच करवाई जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि बंदरगाह पर 13 सितंबर को 3000 किलो हेरोइन बरामद की गई और इसकी बाजार में कीमत 21 हजार करोड़ रुपए थी और इससे पहले इसी बंदरगाह पर 9 जून को 25 हजार किलोग्राम हेरोइन पकड़ी गई थी और इसकी बाजार में कीमत 1 लाख 75 हजार करोड़ रुपए आंकी गई थी। उन्होंने सवाल किया कि नशे की यह खेप कहां से आई और इस मामले को क्यों दबाया जा रहा है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि कार्रवाई के नाम पर छोटी मछलियों को पकड़ा जा रहा है, जबकि कार्रवाई मगरमच्छ पर होनी चाहिए, क्योंकि इतनी भारी भरकम नशे की खेप बिना किसी संरक्षण से आ नहीं सकती।

अलका लांबा ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश के युवाओं को रोजगार तो प्रदान नहीं कर रही, बल्कि उनके भविष्य से खिलवाड़ जरूर कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह से देशभर में नशा बढ़ रहा है, उससे देश की भावी पीढ़ी इसकी दलदल में फंसती जा रही है और इसलिए केंद्र सरकार को इस पर सख्त से सख्त कदम उठाकर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो भी लोग इसमें संलिप्त हैं उन्हें गिरफ्त में लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज बेरोजगार दिन प्रति दिन बढ़ रही है और इसकी तरफ केंद्र सरकार का कोई ध्यान नहीं हैं।

अलका लांबा ने कहा कि केंद्र सरकार ने हर वर्ष दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन आज रोजगार तो नहीं मिल रहा, लेकिन युवा नशे की गिरफ्त में जरूर जा रहे हैं। उन्होंने इस मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस पर सख्ती से लगाम लगानी चाहिए। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से भी कहा कि वे भी इस ओर ध्यान दें और यह सुनिश्चित बनाएं कि हिमाचल में नशा न पहुंच पाए। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी इस मामले पर सख्ती से कदम उठाने की मांग की, ताकि हिमाचल के युवा इस दलदल में न फंसे।

अलका लांबा ने कहा कि हिमाचल में एक लोकसभा सीटों और तीन विधानसभा सीटों के उपचुनाव होने वाले हैं। उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील की कि वे लगातार बढ़ रही बेरोजगारी, दूसरे राज्यों के लोगों को रोजगार देने और नशे के खिलाफ मतदान करें। उन्होंने कहा कि जनता को इस सरकार से इन मुद्दों पर जवाब भी मांगना चाहिए।