श्री नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने ‘वर्ष 2024 के लिए प्राथमिकताएं सुनिश्चित करने संबंधी कार्यक्रम’ के दौरान कर्मचारियों को संबोधित किया
शिमला: 01.01.2024 श्री नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने कारपोरेट मुख्यालय, शिमला में आयोजित ‘वर्ष 2024 के लिए प्राथमिकताएं सुनिश्चित करने संबंधी कार्यक्रम’ के दौरान कर्मचारियों को संबोधित किया। इस अवसर पर श्रीमती गीता कपूर, निदेशक (कार्मिक) और श्री अखिलेश्वर सिंह, निदेशक (वित्त) भी उपस्थित रहे।श्री नन्द लाल शर्मा ने सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि एसजेवीएन विकास के पथ पर तीव्रता से अग्रसर है। वर्ष 2023 में दो परियोजनाओं यथा 60 मेगावाट नैटवाड़ मोरी जलविद्युत स्टेशन और 75 मेगावाट गुरहा सौर ऊर्जा संयंत्र की सफलतापूर्वक कमीशनिंग इस दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है। इसके साथ, एसजेवीएन की स्थापित क्षमता अब 2227 मेगावाट तथा कंपनी का परियोजना पोर्टफोलियो 56000 मेगावाट से अधिक हो गया है।श्री नन्द लाल शर्मा ने आगे बताया कि एसजेवीएन के बाजार पूंजीकरण में अत्याधिक वृद्धि हुई है और कैलेंडर वर्ष 2023 में इसके शेयर का मूल्य तीन गुणा बढ़ गया है। कंपनी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। उन्होंने सभी को चार प्रमुख क्षेत्रों यथा प्रचालनरत परियोजनाओं से विद्युत उत्पादन को अधिकतम करना, निर्माणाधीन परियोजनाओं में तीव्रता लाना, सर्वेक्षण एवं अन्वेषणाधीन परियोजनाओं की गतिविधियों को तीव्रता से ट्रैक करना तथा सफलता के इस क्रम को जारी रखने के लिए नई परियोजनाओं को हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया।इस अवसर पर, श्रीमती गीता कपूर निदेशक (कार्मिक) ने सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं और सभी से एसजेवीएन को विद्युत क्षेत्र में अग्रणी निकाय बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने का आह्वान किया। श्री अखिलेश्वर सिंह निदेशक (वित्त) ने अपने संबोधन में कहा कि हाल ही के वर्षों में, एसजेवीएन ने अपनी किटी में विभिन्न नवीकरणीय परियोजनाएं शामिल की हैं। 75 मेगावाट गुरहा सौर ऊर्जा संयंत्र की कमीशनिंग के पश्चात ये परियोजनाएं एक के बाद एक प्रचालन के चरण में प्रवेश करेंगी।’वर्ष 2024 के लिए प्राथमिकताएं सुनिश्चित करने संबंधी कार्यक्रम’ में कारपोरेट मुख्यालय, शिमला के सभी कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और भारत तथा नेपाल के विभिन्न स्थलों पर तैनात कर्मचारी भी इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए।