हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पुलिस से भिड़े एनएसयूआई कार्यकर्ता
शिमला, 31 जुलाई। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कांग्रेस के पौध संगठन एनएसयूआई के कार्यकर्ता और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। एनएसयूआई के ये कार्यकर्ता विश्वविद्यालय कुलपति को छात्र मांगों पर ज्ञापन देने के लिए कुलपति कार्यालय के भीतर जाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। इस दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ता और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई तथा बाद में ये कार्यकर्ता कुलपति कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। एनएसयूआई के कार्यकर्ता उच्च शिक्षण संस्थानों के भगवाकरण को रोकने और शिक्षा की गुणवत्ता को बचाने तथा विश्वविद्यालय व कॉलेज छात्रों की विभिन्न मांगों को मनवाने के लिए क्रमिक भूख हड़ताल कर रहे हैं। इन छात्रों ने अपनी मांगें मानने के लिए आज दिन तक का विश्वविद्यालय प्रशासन को अल्टीमेटम दे रखा था। लेकिन मांगें नहीं माने जाने पर इन छात्रों ने आज कुलपति कार्यालय का घेराव कर दिया। विश्वविद्यालय प्रशासन को एनएसयूआई की इस कदम का पहले से ही भनक थी। ऐसे में उसने विश्वविद्यालय में भारी संख्या में पुलिस बल का इंतजाम कर रखा था और जब इन कार्यकर्ताओं ने कुलपति कार्यालय में घुसने का प्रयास किया था तो क्यूआरटी ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। एनएसयूआई का आरोप है कि प्रदेश सरकार ने एक अयोग्य व्यक्ति को कुलपति पद पर बिठा रखा है जो पिछले दरवाजे से अयोग्य लोगों की विश्वविद्यालय में भर्ती कर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है।
इस बीच हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के छात्रों पर पुलिस लाठीचार्ज की कड़ी निन्दा की है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में छात्रों को अपनी मांगों के समर्थन में शांतिपूर्ण आंदोलन करने का अधिकार है। राठौर ने इस लाठीचार्ज की जांच की मांग करते हुए दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि छात्रों के आंदोलन को पुलिस की लाठीचार्ज से नहीं दबाया जा सकता।