नाहन 28 जनवरी :- चारों तरफ बर्फ की मोटी चादर, हाड़ कंपा देने वाली ठंड। जहां तक नजर जाए बस बर्फ ही बर्फ ऐसी शरीर गला देनी वाली ठंड में एक साधु शिव की भक्ति में लीन है। जी हां, ये नजारा तहसील नौहराधार के चौरास खिलग का है। जहां दो फिट बर्फ पर एक साधु साधना कर रहे हैं। इनका नाम विश्वानन्द है। यह नोहराधार स्थित शिव मंदिर के पुजारी के साथ साथ चौरास खिलग में जंगल में बनी कुटिया में रहते है। क्षेत्र के एक युवक इधर से गुजर रहा था कि देखा साधु बर्फ के बीच तपस्या में लीन थे इस नजारे को देखकर ही वह भी कंपकपाने लगा। करीब आधा घण्टे तक यह संत बर्फ के बीच लीन थे। आंखे बंद थी संत तमस्या की मुद्रा में शिव की भक्ति में थे। यदि सच्चे मन से ईश्वर की आराधना करें तो बड़े से बड़ा कठिनाई भी आसान हो जाती है। बता दें कि यह इन साधुओं के कठिन तप का ही प्रताप है कि ऐसी हाड़ कंपा देने वाली ठंड में तपस्या कर रहे है। चारों तरफ गिरी बर्फ और जमा देने वाली ठंड भी इनकी साधना के आगे बेअसर दिखती है। यह सच यह किसी दैवीय चमत्कार से कम नहीं।