सड़क सुरक्षा में युवाओं की भूमिका अहम – अनुपम कश्यप 

सीमावर्ती युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के समापन समारोह में की शिरकत
नेहरू युवा केंद्र शिमला की ओर से आयोजित “सीमावर्ती युवा आदान प्रदान” कार्यक्रम का समापन बुधवार को उदासीन आश्रम बनुटी में किया गया। इस कार्यक्रम में उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बतौर  मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम 4 जनवरी से 8 जनवरी 2025 तक आयोजित किया गया।उपायुक्त ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं का ज्यादातर शिकार युवा हो रहे है।  यातायात नियमों की पालना करने में युवा काफी पीछे रहते है। उन्होंने कहा कि युवाओं को सड़क सुरक्षा को लेकर सजग नागरिक के तौर पर भूमिका निभाने की आवश्यकता है। यही नहीं युवा पीढ़ी आसपास के लोगों को भी सड़क सुरक्षा की महत्ता के बारे जागरूक करें। उन्होंने कहा कि निर्धारित गति से अधिक गति पर वाहन न चलाए। बिना हेलमेट के कभी भी दोपहिया वाहन न चलाए। यातायात संकेतों का पालन सख्ती से करें। उन्होंने कहा कि जिला शिमला 31 जनवरी 2025 तक सड़क सुरक्षा माह के तहत समाज में जागरूकता अभियान चलाए हुए है।उन्होंने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए व्यवहारिक परिवर्तन लाने के लिए युवा पीढ़ी को आगे आना होगा। वर्तमान और भविष्य की सबसे चुनौती पर्यावरण में हो रहे बदलाव है। हमें अपनी दिनचर्या में ऐसे प्रयासों को शामिल करना होगा जो पर्यावरण के हित में कारगर साबित होंगे।उन्होंने कहा कि किसी भी देश का युवा जब अनुशासित रहता है तो जीवन के लक्ष्यों को हासिल कर लेगा, लेकिन अगर युवा अनुशासित नहीं रहेगा तो गलत राह पर चलेगा जिससे देश समाज में गलत प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि नशे से दूर रहें और रचनात्मक कार्यों में रुचि बढ़ाएं।
उन्होंने कहा कि नेहरू युवा केंद्र देश में ग्रामीण युवाओं को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए अग्रणी भूमिका निभा रहा है क्योंकि युवा ही सक्रिय प्रतिभागी, आधुनिक और तकनीकी भारत के जिम्मेदार और उत्पादक नागरिक हैं। युवा न केवल विकास के लिए एक प्रमुख मानव संसाधन हैं बल्कि वे सामाजिक परिवर्तन, आर्थिक विकास और तकनीकी नवाचार के लिए मुख्य उत्प्रेरक भी हैं। उनकी कल्पनाए आदर्श, ऊर्जा और दृष्टि समाज के निरंतर विकास में आवश्यक हैं जिसमें वे रहते हैं। युवा लोगों के साथ-साथ उनकी दृष्टि और आकांक्षाओं की समस्याएं आज के समाज और भावी पीढ़ी की चुनौती और संभावनाओं के लिए आवश्यक घटक हैं। मुख्यातिथि ने पांच राज्यों से सीमावर्ती युवा आदान प्रदान कार्यक्रम में आए युवाओं को  सर्टिफिकेट भी वितरित किए। मुख्यातिथि को शॉल टोपी और स्मृति चिन्ह देकर जिला युवा अधिकारी शिमला मनीषा शर्मा ने सम्मानित किया। इस दौरान विभिन्न राज्यों के  युवाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।
इस कार्यक्रम में पंजाब, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर और राजस्थान राज्यों के 25 युवाओं ने भाग लिया।
इसके अवसर पर नेहरू युवा केंद्र,  अकाउंट एंड प्रोग्राम अस्सिटेंट अनुराग, ग्राम पंचायत प्रधान देवेंद्र ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता सजीव सूद सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।