विश्व प्रसिद्ध रोहतांग दर्रे का आज से कर सकेंगे दीदार

मनाली भी पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार

शिमला, 13 जून। विश्व प्रसिद्ध राहतांग दर्रे के दीदार का इंतजार खत्म हो गया है। कल यानी 14 जून से बर्फ से ढके इस दर्रे का पर्यटक दीदार कर सकेंगे। सीमा सड़क संगठन ने रोहतांग दर्रे को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया है और अब प्रदेश सरकार द्वारा भी राज्य में घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए शर्तें आसान करने के बाद अब रोहतांग दर्रा फिर से पर्यटकों के चहल पहल से आबाद होने जा रहा है। 13050 फुट की ऊंचाई पर स्थित रोहतांग दर्रा इन दिनों बर्फ से ढका हुआ है और इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। सीमा सड़क संगठन ने कई दिन पहले इस दर्रे को यातायात के लिए बहाल कर दिया था लेकिन राज्य में कोरोना कर्फ्यू के चलते फिलहाल यहां से आवाजाही नहीं हो रही थी।

भले ही रोहतांग दर्रा पर्यटकों की स्वागत के लिए तैयार है लेकिन अभी भी रोहतांग जाने के लिए पर्यटकों को गुलाबा बैरियर से आगे परमिट लेना जरूरी होगा। रोहतांग के लिए परमिट फिलहाल ऑफ लाईन मिलेगी और स्थानीय प्रशासन ने कोरोना महामरी को देखते हुए फिलहाल स्थानीय टैक्सी आप्रेटरों को ही रोहतांग जाने का परमिट देने का निर्णय लिया है। अपने वाहनों के साथ मनाली घूमने आने वाले पर्यटकों को रोहतांग जाने का परमिट नहीं मिलेगा।

सर्दियों के बाद रोहतांग दर्रे से कल से आधिकारिक तौर पर यातायात शुरू होने जा रहा है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन ने एनजीटी के आदेशों के अनुसार गुलाबा में स्थापित बैरियर को सक्रिय कर दिया है और यहां से आगे परमिट वाले वाहनों को ही आगे जाने की इजाजत होगी। एनजीटी के निर्देशों अनुसार रोहतांग दर्रे के लिए हर रोज केवल 800 पैट्रोल और 400 डीजल वाहन ही जा सकेंगे।

एनजीटी के आदेशों के अनुसार ही स्थानीय प्रशासन ने मढ़ी में इको फ्रेंडली मार्केट भी तैयार कर ली है और यहां दुकानों का आबंटन भी कर दिया गया है। 12 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित मढ़ी की इस मार्किट में पर्यटक अब न केवल खानपान का आनंद ले सकेंगे बल्कि यहां खरीददारी भी कर सकेंगे।

इस बीच प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मनाली पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है। प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू की शर्तों में ढील और मैदानी इलाकों में पड़ रही चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए यहां आने वाले दिनों में फिर से पर्यटकों का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन, होटल और टैक्सी आप्रेटरों ने भी तैयारियां पूरी कर ली हैं।

पर्यटकों की आमद में बढ़ोतरी को देखते हुए स्थानीय प्रशासन कोरोना नियमों की सख्ती से पालना की भी तैयारी में है ताकि इस महामारी को प्रदेश में फिर से फैलने से रोका जा सके।