कूड़े के बिल में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी पर कांग्रेस ने जताई नाराजगी
अपने खर्चे चलाने के लिए विकास के नाम पर कर्ज पर कर्ज ले रही सरकार : हर्षवर्धन
शिमला, 15 जून। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने शिमला शहर में नगर निगम द्वारा कूड़े के बिल में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि इस महंगाई के दौर में लोगों के साथ यह एक बड़ा अन्याय है। उनका कहना है कि एक तरफ लोगों के कामधंधे बंद पड़े हैं, लोग बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी से जूझ रहे हैं और सरकार लोगों पर अपने टैक्स थोप कर अपनी तिजोरी भरने में लगी है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमेन हर्षवर्धन चौहान ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि वह अपने खर्चे चलाने के लिए विकास के नाम पर कर्ज पर कर्ज ले रही है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में कोरोना से प्रभावित लोगों की सरकार ने आज दिन तक कोई मदद नहीं की है। उन्होंने कहा कि हर रोज डीजल और पेट्रोल के मूल्यों में वृद्धि कर सरकार अपनी तिजोरी तो भर रही है पर यह पैसा कहां खर्च किया जा रहा है इसका किसी को कोई पता नही है।
हर्षवर्धन ने कहा है कि कोविड-19 के नाम पर सरकार ने आज दिन तक जितना भी पैसा इकट्ठा किया है उसकी पूरी जानकारी प्रदेश को दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह पैसा कहां खर्च किया जा रहा है उसके बारे भी सरकार लोगों को बताये।
हर्षवर्धन ने मुख्यमंत्री से पूछा कि वह बतायें की केंद्र से प्रदेश को कोरोना राहत के तौर पर कितना धन मिला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह अस्त व्यस्त हो कर रह गई है। सरकार के पास इस स्थिति से उभरने की कोई योजना नहीं है। प्रदेश में बेरोजगारी का आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। लोगों के काम धंधे बंद हो गए हैं। टूरिज्म व ट्रांसपोर्ट सेक्टर बुरी तरह प्रभावित होकर रह गया है। सरकार ने इनके पुनरोद्धार के लिए कोई प्रभावी योजना नहीं बनाई है।
उन्होंने डिपुओं में खाने के तेल, दालों के मूल्य में बढ़ोतरी की भी आलोचना करते हुए सरकार से इस मूल्य बढ़ोतरी और शिमला नगर निगम द्वारा कूड़े व अन्य टैक्स बढ़ोतरी को तुरंत वापिस लेने की मांग की है।