अनिल खाची को राज्य निर्वाचन आयुक्त की जिम्मेवारी
शिमला, 5 अगस्त। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राम सुभग सिंह हिमाचल प्रदेश के नए मुख्य सचिव होंगे। राम सुभग सिंह 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। प्रदेश सरकार ने उन्हें अनिल खाची के स्थान पर मुख्य सचिव का दायित्व सौंपा है। खाची को राज्य निर्वाचन आयुक्त का दायित्व सौंपा गया है।
राम सुभग सिंह की मुख्य सचिव के पद पर नियुक्ति से पहले सरकार ने अनिल खाची को राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर तैनाती को लेकर अधिसूचना जारी की। नियुक्ति की अधिसूचना से पहले खाची ने मुख्य सचिव के पद से त्याग पत्र दिया। इसके लिए नियमों में भी तीन माह की शर्त की छूट दी गई। नए मुख्य सचिव रामसुभग सिंह मार्च 2022 तक इस पद रहेंगे। रामसुभग सिंह प्रदेश की भाजपा सरकार में छठे मुख्य सचिव होंगे।
प्रदेश में मुख्य सचिव को बदले जाने की चर्चाएं बीते कुछ दिनों से सचिवालय के गलियारों में जोरों पर थी। हालांकि किसी को भी इस बात का आभास नहीं था कि मुख्य सचिव अनिल खाची को सरकार राज्य निर्वाचन आयोग के पद पर तैनाती देगी। इसकी वजह उनके द्वारा इस पद पर तैनाती को लेकर आवेदक न होना थी, लेकिन बताया जा रहा है कि उन्होंने भी इस पद पर तैनाती को लेकर दिलचस्पी दिखाई। स्वयं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज सदन में कहा कि अनिल खाची की नियुक्ति उनकी इच्छा के अनुकूल की जा रही है।
मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त होने से पहले राम सुभग सिंह सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रम एवं रोजगार, परिवहन तथा रोपवे एवं रैपिड रोड ट्रांसपोर्ट निगम के प्रबंध निदेशक का जिम्मा संभाल रहे थे। सरकार ने मुख्य सचिव के पद पर उनकी नियुक्ति के बाद इन पदों का दायित्व वरिष्ठ आईएएस आरडी धीमान व जेसी शर्मा को सौंपा है।
राम सुभग सिंह ने संभाला मुख्य सचिव का पदभार
राम सुभग सिंह ने आज हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण किया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश और राज्य के बाहर कई महत्त्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है तथा विभिन्न नवाचारों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पदभार ग्रहण करने के उपरान्त राम सुभग सिंह ने कहा कि मुख्य सचिव के रूप में कार्य करते हुए उनकी प्राथमिकता सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाना होगी। वह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदेश सरकार के कार्यक्रम और योजनाएं आम जन तक पहुंचे व विकास को और अधिक गति मिले। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री के आदेशों की अनुपालना में तत्परता लाकर इसकी प्रतिक्रिया से उनको समय-समय पर अवगत करवाते रहेंगे।
पी. मित्रा की जगह लेंगे अनिल खाची
सरकार ने निवर्तमान मुख्य सचिव अनिल खाची को राज्य निर्वाचन आयुक्त बनाया है। उन्हें पी. मित्रा के स्थान पर यह जिम्मा सौंपा गया है। खाची इस पद पर 5 साल तक रहेंगे। उनका जिम्मा प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं व स्थानीय निकाय के साथ साथ नगर निगमों के चुनाव करवाना होगा।