प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा हर लिहाजा से ऐतिहासिक : जयराम ठाकुर

अमेरिका द्वारा भारत के ऐतिहासिक महत्व के एंटीक वस्तुओं की वापसी स्वागत योग्य

अमेरिका द्वारा संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन भारत का बढ़ता प्रभाव है

शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला से जारी बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरे के दौरान भव्य स्वागत हुआ। दुनिया के प्रतिष्ठित फोरम में भाग लेने पहुंचे नरेंद्र मोदी ने कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान अमेरिका से ड्रोन डील को लेकर महत्वपूर्ण बात भी हुई। भारत की अमेरिका से तीन अरब डॉलर के उन्नत किस्म के ड्रोन की खरीद प्रक्रिया चल रही है। जिससे भारत की आक्रमण शक्ति और मजबूत होती और निगरानी शक्ति में वृद्धि होगी। इसके साथ-साथ अमेरिका द्वारा प्रधानमंत्री के यूक्रेन दौरे की प्रशंसा करना भारतीय कूटनीतिक सफलता है। प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय को संबोधित करने के दौरान भारत और भारतीय की बढ़ती वैश्विक भूमिका और विश्व के विकास में देने वाले योगदान को जमकर सराहा।  भारतवशियों की समस्त उपलब्धियां हर भारतीय को गौरवान्वित करती हैं।जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भारत को 297 प्राचीन बहुमूल्य कलाकृतियां सौंपी हैं। भारत और भारतीयता से जुड़े महत्वपूर्ण धरोहरों को अमेरिका द्वारा भारत को सौंपना स्वागत योग्य है। सभी कलाकृतियां ऐतिहासिक महत्व की हैं। इन सभी कलाकृतियां को भारत से तस्करी के जरिए विदेश ले जाया गया था। ऐसा पहली बार नहीं हुए हैं। अमेरिका पिछले 10 साल में भारत को ऐसी 578 ऐतिहासिक वस्तुएं दे चुका है। जो भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान से जुड़ी हुई थी और जिन्हें तस्करी के जरिए भारत से बाहर ले जाया गया था। 2014 के बाद से दुनिया भर से कुल 640 एंटीक वस्तुओं को प्रधानमंत्री द्वारा भारत लाया हैं। यह भारत के लिए गर्व की बात हैं।जयराम ठाकुर ने कहा कि अमेरिका द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन करना भारत की बढ़ती ताकत और वैश्विक भूमिकाओं के निर्वहन में बढ़ती भागीदारी का प्रमाण है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया के नेता वैश्विक नेतृत्व की क्षमता देखते हैं। दुनिया के सभी देशों के राष्ट्र प्रमुख विकट परिस्थितियों में उन्हें एक प्रभावशाली मध्यस्त के रूप में देखते हैं। प्रधानमंत्री अपनी तीन दिन की यात्रा के दौरान क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे।