ओपन एयर जेल में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस कार्यक्रम का आयोजन

शिमला, 12 अक्तूबर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रकाश चंद्र दरोच ने बताया कि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस कार्यक्रम का आयोजन ओपन एयर जेल जबली बिलासपुर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जेल अधीक्षक भूपेंद्र सिंह द्वारा की गई।

 स्वास्थ्य शिक्षक दीप कुमार और कमल कुमार शर्मा ने कहा की मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखना आज के समय में हर व्यक्ति के लिए एक चुनौती है। विश्व मानसिक दिवस की इस वर्ष का थीम ‘एक आसमान दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य’ है। निम्न आय वर्ग के लोगों तक मानसिक स्वास्थ्य सेवाए पहुंचे यही इस थीम का मुख्य उद्देश्य है।

उन्होंने बताया कि 75 से 95 प्रतिशत मानसिक डिसऑर्डर निम्न और मध्यम आय वाले व्यक्तियों में होता है और मानसिक रोगों से ग्रस्त बहुत से रोगियों का इलाज जानकारी नहीं होने के कारण नहीं हो पाता। दुनिया भर में मानसिक बीमारियों के मरीजों की संख्या में वृद्धि और पीड़ित लोगों द्वारा खुद को नुकसान पहुंचाने के मामले में रोटरी के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1992 में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाने की शुरुआत की है।

 उन्होंने कहा कि जेल में कैद लोगों के लिए मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी रखना अति आवश्यक है क्योंकि कारावास में रह रहे लोग किसी ना किसी तनाव या चिंता से ग्रसित होते है। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि चिंता हमें तनाव देती है और अगर यह तनाव लंबे समय तक बना रहे तो डिप्रेशन यानी अवसाद में तब्दील हो जाता है इसलिए मानसिक रोग के प्रति जागरूकता बहुत जरूरी है। बदलते समय के साथ इंसान की जिंदगी में तनाव बढ़ रहा है खासकर तकनीक के इस्तेमाल ने तनाव का स्तर कई गुना बढ़ा दिया है।

स्वास्थ्य शिक्षक ने कहा कि भारत में ही नहीं दुनिया भर में मानसिक रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही। मानसिक रोग को कम करने के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन व्यायाम और योगासन व म्यूजिक का प्रयोग करना चाहिए ताकि मानसिक तनाव कम हो सके।