विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले ही दिन सदन में विपक्ष का जोरदार हंगामा 

विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले ही दिन सदन में विपक्ष का जोरदार हंगामा 
विपक्ष लाया सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
अविश्वास प्रस्ताव पर वीरवार को होगी सदन में चर्चा  
शिमला, 10 अगस्त
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले ही दिन बुधवार को विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया। विपक्ष ने यह हंगामा जयराम ठाकुर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस के मुद्दे पर किया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष ने आज ही विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार को नियम 278 के तहत अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था और इस पर तुरंत चर्चा की मांग की थी। सदन में हुए जोरदार हंगामे के बाद विपक्ष की इस मांग को विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया और अब सदन में वीरवार को जयराम सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इससे पूर्व, मॉनसून सत्र के पहले दिन शोकोद्गार के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही आगे बढ़ी तो नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा अध्यक्ष को दिए गए अविश्वास प्रस्ताव का मुद्दा प्वाइंट आफ आर्डर के माध्यम से उठाया। अग्निहोत्री ने कहा कि विपक्ष के 23 सदस्यों के हस्ताक्षर वाला अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा गया है और इस पर सदन में तुरंत चर्चा की अनुमति दी जाए।
अग्निहोत्री का आरोप था कि जयराम ठाकुर सरकार लोगों का विश्वास खो चुकी है और प्रदेश में अराजकता का माहौल है। चारों और हाहाकार मचा है और सरकारी मशीनरी ब्रेक डाउन हो गई है। ऐसे में मुख्यमंत्री और मंत्रियों को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है और वे या तो तुरंत इस्तीफा दें या फिर उन्हें पद से हटाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से विफल हो गई है और मुख्यमंत्री को खुद ही अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार जुमलों पर चल रही है और पूरा प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़कों पर है। इस दौरान सदन में दोनों ओर से भारी शोरगुल और नारेबाजी होती रही। सत्ता पक्ष और विपक्ष के हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने व्यवस्था दी कि उन्हें आज सुबह ही 9.50 बजे विपक्षी दल कांग्रेस और माकपा के एक सदस्य का नियम 278 के तहत अविश्वास प्रस्ताव की सूचना प्राप्त हुई है। अध्यक्ष ने कहा कि वे इस प्रस्ताव पर विचार करेंगे और फिर व्यवस्था देंगे। विधानसभा अध्यक्ष की इस व्यवस्था के बाद सदन में फिर से भारी शोरगुल आरंभ हो गया और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बीच तू-तू, मैं-मैं भी हुई। मुकेश अग्निहोत्री ने इस दौरान सरकार पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया। सदन में हंगामा शांत न होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
अविश्वास प्रस्ताव पर वीरवार को होगी सदन में चर्चा 
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की अनुमति दे दी है। इस प्रस्ताव पर वीरवार को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक सदन में चर्चा होगी और इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री चर्चा का उत्तर देंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले  विपक्षी सदस्यों का नियमों के तहत हैड काउंट भी किया। हालांकि विपक्ष ने यह कहते हुए विधानसभा अध्यक्ष की व्यवस्था का विरोध किया कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बहुत कम समय दिया गया है और इसे बढ़ाया जाए। सत्ता पक्ष की ओर से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष की इस आपत्ति की कड़ा विरोध किया और कहा कि विपक्ष विधानसभा अध्यक्ष अनावश्यक दबाव डाल रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार हर बात का डंके की चोट पर जवाब देने के लिए तैयार है। विपक्ष की ओर मुकेश अग्निहोत्री, हर्षवर्धन चौहान, राम लाल ठाकुर और आशा कुमारी ने चर्चा का समय बढ़ाने की मांग की, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने खारिज कर दिया।
5 साल में सिर्फ एक बार अविश्वास प्रस्ताव
प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार के खिलाफ यह पहला अविश्वास प्रस्ताव है। विधानसभा नियमों के अनुसार किसी भी सरकार के खिलाफ 5 साल में केवल एक बार ही अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। इसके लिए विपक्ष के पास एक तिहाई समर्थन होना जरूरी है। इससे पूर्व जयराम सरकार के खिलाफ विपक्ष एक बार काम रोको प्रस्ताव भी ला चुका है।