जयराम ठाकुर सरकार ने रात के अंधेरे में बदला अपना ही फैसला
शिमला, 24 जून। हिमाचल प्रदेश में आने के लिए अब ई-पास की भी जरूरत नहीं है। प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार ने बीती आधी रात को प्रदेश में आने के लिए लागू ई-पास की शर्त को खत्म कर दिया। इस संबंध में प्रदेश सरकार की ओर से राज्य के सीमांत जिलों सोलन, सिरमौर, ऊना और कांगड़ा के जिलाधीशों को बाकायदा पत्र भेजा गया है और प्रदेश में आने के लिए लगी सभी शर्तों को तुरंत हटा लेने की बात कही गई है।
प्रदेश सरकार के इस हुक्म पर सभी जिलाधीशों ने भी तुरंत ही अमल शुरू कर दिया है और बीती रात से ही राज्य के प्रवेश द्वारों पर ई-पास जांचने के लिए लगाए गए नाके हटा लिए गए हैं। अधिकांश जिलों में इस कार्य के लिए पुलिस के साथ शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। इन सभी शिक्षकों को अब इस कार्य से मुक्त कर दिया गया है।
इसी के साथ अब प्रदेश में आने के लिए कोई भी शर्त शेष नहीं रह गई है। अभी तक ई-पास के माध्यम से ऐसे राज्यों खासकर क्षेत्रों के लोगों को प्रदेश में आने के लिए ई-पास जारी नहीं किए जा रहे थे जहां कोरोना संक्रमण अभी भी अधिक है। लेकिन अब ई-पास की शर्त हटा लेने के बाद अब कोई भी व्यक्ति किसी भी राज्य अथवा क्षेत्र से बेरोक-टोक हिमाचल पहुंच सकता है। इससे राज्य में कोरोना संक्रमण के फिर से जोर पकड़ने का खतरा बढ़ गया है।
कोरोना की पहली लहर में भी जब पूरे देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार घट रहे थे वहीं पहाड़ों की रानी शिमला कोरोना संक्रमण के मामले में देश भर में पहले नंबर पर थी क्योंकि सरकार ने बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए सारा तंत्र खत्म कर दिया था। अब फिर से एक बार वही स्थिति है।
ये भी उल्लेखनीय है कि जयराम ठाकुर सरकार ने दो रोज पूर्व ही मंत्रिमण्डल की बैठक में फैसला लिया था कि राज्य में प्रवेश के लिए 30 जून तक ई-पास की शर्त लागू रहेगी और पहली जुलाई से ही इसमें राहत दी जाएगी लेकिन अब सरकार ने अपना ही फैसला पलटते हुए आठ दिन पहले ही ई-पास की शर्त को खत्म कर दिया है।