कोरोना से बाहर निकल रहा है अब देश: पीयूष गोयल

कोरोना से बाहर निकल रहा है अब देश: पीयूष गोयल
हिमाचल में कोविड काल में नि:शुल्क बांटा गया 643 करोड़ रुपए के खाद्यान्न : जयराम

केन्द्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि देश में कोरोना महामारी के दौरान चुनौतियों भरे समय का सामना किया लेकिन अब देश कोरोना महामारी से उबरने के रास्ते पर है और फिर से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। पीयूष गोयल आज शिमला में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों से वर्चुअल माध्यम से बातचीत कर रहे थे। गोयल ने कहा कि देश में जब कोरोना महामारी ने दस्तक दी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्राथमिकता देशवासियों कोइस महामारी से सुरक्षित रखना थी। प्रधानमंत्री की इसी सोच और तेजी से निर्णय लेने की क्षमता के चलते विकसित देशों की तुलना में भारत इस महामारी से तेजी से बाहर निकल रहा है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी हिस्सा लिया और योजना के कई लाभार्थियों से उन्होंने भी बातचीत की। पीयूष गोयल ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई सभी योजनाओं का उद्देश्य समाज के हर वर्ग का उत्थान, कल्याण और विकास सुनिश्चित करना है। जन धन योजना ने यह सुनिश्चित किया है कि विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के वित्तीय लाभ सीधे उनके बैंक खाते में आएं। सौभाग्य योजना ने हर गांव और हर घर में बिजली की सुविधा सुनिश्चित की है। कुसुम योजना ने उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर बिजली सुनिश्चित की है जबकि उज्ज्वला योजना ने महिलाओं को रसोई के धुंए से राहत प्रदान की है। वहीं, आयुष्मान योजना ने देश के 50 करोड़ लोगों का निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा सुनिश्चित किया है। स्वच्छ भारत योजना के माध्यम से 12 करोड़ से अधिक शौचालयों की सुविधा मिलने से स्वच्छ भारत का निर्माण सुनिश्चित हुआ है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत देश के 10 करोड़ से अधिक किसानों को प्रति वर्ष 6000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। देश के युवाओं के लिए स्टार्टअप इण्डिया और स्टैंडअप इण्डिया वरदान साबित हुई है।
उन्होंने प्रदेश के राज्यत्व की स्वर्ण जयंती के अवसर और प्रदेश के पात्र आयु वर्ग को कोविड टीकाकरण की पहली डोज का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रदेशवासियों को बधाई दी।
केन्द्रीय मंत्री ने प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों से बातचीत करते हुए इस योजना के बारे में उनके विचारों को जाना। इस दौरान उन्होंने जिला कांगड़ा की गुड्डी देवी, जिला शिमला के डोडरा-क्वार की निशा देवी, जिला चम्बा की ऊषा देवी, जिला हमीरपुर की सरोज कुमारी, जिला मण्डी की चुड़ामणी और जिला बिलासपुर की कृष्णा देवी से संवाद किया।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसके माध्यम से कोविड महामारी के दौरान लोगों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। हिमाचल प्रदेश में 643 करोड़ रुपये का निःशुल्क खाद्य वितरण किया गया है। उन्होंने कहा कि यह योजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक बड़ी पहल है जिसका उद्देश्य कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण समय में गरीबों, प्रवासी मजदूरों और बेरोजगारों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना से देश की लगभग 80 करोड़ जनता लाभान्वित हुई है।
इस अवसर पर कुछ लाभार्थियों को राशन बैग भी प्रदान किए गए।
अंत्योदय दीनदयाल उपाध्याय की परिकल्पना
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने कहा कि अन्तोदय पंडित दीनदयाल उपाध्याय की परिकल्पना थी और उनकी इस परिकल्पना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साकार किया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश को 10,000 मीट्रिक टन गेहूं का आटा और 7000 मीट्रिक टन चावल प्रदान किए गए हैं, जिसे प्रदेश सरकार द्वारा समाज के कमजोर वर्गों को प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को रियायती दरों पर राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है। कोरोना महामारी से गरीब परिवार और दैनिक रोजी-रोटी कमाने वाले लोग बुरी तरह से प्रभावित हुए जिनके लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना वरदान साबित हुई है।