इस बार भी नहीं होगी मणिमहेश यात्रा

इस बार भी नहीं होगी मणिमहेश यात्रा

सिर्फ पारंपरिक छड़ी और शिव के चेलों को ही होगी मणिमहेश जाने की अनुमति

शिमला, 29 जुलाई। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला की विश्वविख्यात मणिमहेश यात्रा इस वर्ष भी नहीं होगी। कोरोना महामारी के दृष्टिगत प्रशासन ने यह फैसला लिया है। सिर्फ पारम्परिक छड़ी यात्रा तथा शिव के चेलों को मणिमहेश जाने की अनुमति होगी तथा धार्मिक परंपराओं और रीति रिवाजों का निर्वहन सीमित व एहतियात के साथ किया जाएगा। मणिमहेश की ओर श्रद्धालू प्रस्थान नहीं कर पाएंगे। इसके लिए प्रशासन ने तमाम व्यवस्था कर दी है। विभिन्न स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा तथा किसी भी आमजन को यात्रा पर नहीं जाने दिया जाएगा।

इस वर्ष पवित्र मणिमहेश यात्रा 30 अगस्त से 13 सितंबर के बीच होनी थी। राधाष्टमी के दौरान पारंपरिक छड़ी एवं शिव चेलों के साथ सीमित लोगों को मणिमहेश जाने के लिए अनुमति होगी। चेलों के साथ जाने वाले लोगों की सूची दस दिन के भीतर मणिमहेश न्यास एवं उपमंडल अधिकारी नागरिक के कार्यालय में देनी होगी। साथ ही पुराना बस स्टैंड, चौरासी परिसर, भरमाणी माता मंदिर, हड़सर, धनछौ, गौरीकुंड व डल में पुलिस की तैनाती की जाएगी। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब कोरोना महामारी के चलते मणिमहेश यात्रा चंद लोगों तक सीमित रह गई है। गत वर्ष भी यात्रा कोरोना महामारी के चलते नहीं हो पाई थी जबकि इसके पूर्व इस यात्रा पर देश-विदेश से लोग कैलाश पर्वत के दर्शन करने मणिमहेश पहुंचते थे।

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर संजय कुमार धीमान ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष भी मणिमहेश यात्रा नहीं होगी जबकि इस दौरान धार्मिक परंपराओं व रीति रिवाजों का निर्वहन किया जाएगा। उनके अनुसार मणिमहेश के विभिन्न पड़ावों पर विद्युत व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधा, शौचालय, पेयजल की व्यवस्था, रेस्क्यू टीम, कैरोसिन तेल आदि की व्यवस्था भी की जाएगी। साथ ही इस व्यवस्था को देखने के लिए अलग-अलग नोडल अधिकारी के अधीन समितियों का भी गठन किया जाएगा। जब अधिकारिक तौर पर यात्रा शुरू होगी, तब वही लोग मणिमहेश जा पाएंगे, जिन्हें प्रशासन की अनुमति होगी।