35000 रुपये लूट जंगल में फेंका नेपाली, तीसरे दिन वापिस पहुंचा कसुम्पटी

कसुम्पटी के राजेश कंवर के पास काम करता है नेपाली
शिमला : शिमला के आईएसबीटी टूटीकंडी में एक बार फिर से अपने घर लौट रहे नेपाली मजदूरों को लूटने वाला नेपाली गिरोह फिर से सक्रिय हो गया है। ये गिरोह घर जा रहे अकेले घर जा रहे नेपाली को अपना शिकार बना रहा है। क्योंकि इन दिनों साल भर की कमाई को लेकर घर जाते हैं।ये गिरोह अपनी बातों में उलझा कर इन मजदूरों को कुछ सुंघा कर बेहोश कर देते हैं तथा इन्हें लूट लेते हैं। ऐसा ही मामला शिमला में सामने आया है लेकिन पुलिस इनपर नकेल नहीं कस पाया है। जानकारी है कि शिमला में कसुम्पटी के कंवर निवास में काम करने वाला नेपाली रामसिंह 27 अक्तूबर को शिमला से नेपाल के लिए निकला। जब वह आईएसबीटी टूटीकंडी पहुंचा तो उसे वहां पर 5 नेपाली मिले। पांच नेपालियों के इस गिरोह ने रामसिंह को अपनी बातों से विश्वास में लिया तथा फिर उसे ये कह कर अपने साथ सोलन तक निजी बस में ले गए कि शिमला से बसों में भीड़ है इसलिए सोलन से दूसरी बस से नेपाल जाएंगे। सोलन पहुंच कर पहले रामसिंह को खाना खिलाया फिर उसे बस पकड़ने की बात कह कर जंगल के रास्ते ले गए। रामसिंह ने आप बीती बताते हुए बताया कि जंगल में इन पांच लोगों ने उसके दोनों हाथ पकड़कर जबरदस्ती कुछ सुंघाया, जिससे वह बेहोश हो गया। ये लोग उससे 35000 रुपये, घड़ी मोबाइल व कपड़े लूट गए। उसे तीन दिन के बाद आज तड़के होश आया। उसके बाद स्थानीय एक ढाबे वाले ने उसे खाना खिलाया व शिमला तक का किराया दिया। शिमला के उपनगर कसुम्पटी में कंवर निवास पहुंच कर मालिक राजेश कंवर से उसने आप बीती सुनाई। इसके पश्चात राजेश कंवर ने इसकी एफआईआर बालूगंज थाना में दर्ज करवाई। कंवर ने बताया कि नेपाली रामसिंह के मुंह पर चोट भी लगी है।