शिमला, 24 सितंबर। हिमाचल प्रदेश में मॉनसून के अगले कुछ सप्ताह में भले ही लौट जाने की संभावना है लेकिन मॉनसून जाते जाते रौद्र रूप दिखा रहा है। सितंबर के अंत में भी प्रदेश में मॉनसून की भारी से बहुत भारी वर्षा अलग-अलग स्थानों पर हो रही है जिससे सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बीते 24 घंटों के दौरान नयना देवी में सर्वाधिक 181 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा कंडाघाट में 65, सोलन में 63, शिमला में 55, बरठी में 47, पच्छाद व रोहडू में 45, जुब्बल में 44, ऊना, जुब्बड़हट्टी व कुफरी में 41 और कसौली में 39 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। अन्य स्थानों पर भी व्यापक से भारी वर्षा हुई है।
प्रदेश में हो रही भारी वर्षा से 100 से अधिक सड़कें बंद हैं। इनमें से सर्वाधिक 80 सड़कें शिमला जिला में बंद है। इसके अलावा मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा जोन में भी दर्जनों सड़कें बंद हैं। बंद सड़कों को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग ने युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है।
इधर भारी वर्षा के कारण राजधानी शिमला के यूएस क्लब क्षेत्र में एक सड़क का बड़ा डंगा धंस जाने के कारण फॉरेस्ट रोड के लिए यातायात बंद हो गया है। राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण के अनुसार भारी बारिश से बिलासपुर जिला में चार और हमीरपुर शिमला व ऊना जिला में एक-एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया। बिलासपुर में पांच व मंडी में दो और ऊना व हमीरपुर में एक-एक गौशाला भी भारी वर्षा के कारण जमींदोज हो गई।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 27 सितंबर तक रुक-रुक कर मॉनसून की वर्षा का क्रम जारी रहेगा। इसके उपरांत मॉनसून संबंधी गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।