बीआरओ के इंजीनियर व नायक की मौत
शिमला में ढारा ढहने से नौ साल की बच्ची घायल
लाहौल घाटी में स्कूल 9 अगस्त तक बंद
शिमला, 31 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में मॉनसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। वर्षा और बादल फटने की घटना से सबसे अधिक प्रभावित लाहौल स्पिति जिला में सीमा सड़क संगठन के दो अधिकारियों की भूस्खलन और फ्लैश फ्लड की घटनाओं में जान चली गई। सीमा सड़क संगठन के मुताबिक बारालाचा दर्रे के पास मनाली-लेह सड़क पर 29 जुलाई की रात को बड़ी संख्या में नागरिक भूस्खलन के कारण फंस गए थे। इनमें बच्चें एवं महिलाएं भी शामिल थी। इस दौरान सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों और कर्मचारियों ने 14480 फुट की ऊंचाई पर सड़क साफ करने का काम शुरू किया। इस दौरान हुए भूस्खलन में सीमा सड़क संगठन के नायक रितेश कुमार पाल की भूस्खलन की चपेट में आने से मौत हो गई। एक अन्य घटना में किलार-तांदी सड़क पर फ्लैश फ्लड की चपेट में आने से बीआरओ के जूनियर इंजीनियर राहुल कुमार की मौत हो गई। ये घटना उस समय हुई जब बीआरओ की टीम भूस्खलन में फंसे छह लोगों को बचा रहे थे।
इस बीच लाहौल घाटी के उदयपुर और थिरोट में फंसे 211 पर्यटकों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से निकालने की कोशिश आज सफल नहीं हुई। प्रदेश सरकार द्वारा इन पर्यटकों को थिरोट और उदयपुर से बाहर निकालने के लिए एमआई हेलीकॉप्टर का प्रबंध किया गया था। लेकिन खराब मौसम के चलते ये हेलीकॉप्टर रोहतांग दर्रे से ही वापिस लौट आया।
लाहौल घाटी में मौसम के लगातार खराब बने रहने और अधिकांश सड़कों के बंद रहने के चलते जिला प्रशासन ने लाहौल और उदयपुर मंडल में सभी स्कूलों को 9 अगस्त तक बंद रखने के आदेश दिए हैं। उपायुक्त नीरज कुमार ने कहा कि इन स्कूलों को दो अगस्त को खोलना था लेकिन उदयपुर और केलांग क्षेत्र में मौसम की परिस्थितियों को देखते हुए स्कूलों को खोलना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि लाहौल घाटी में अभी हालात खराब बने हुए हैं और पांच दिन बाद भी यहां फंसे पर्यटकों को बाहर नहीं निकाला जा सका है। ऐसे में जिला प्रशासन और जोखिम नहीं उठाएगा।
इधर राजधानी शिमला के रूलदू भट्टा क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण एक ढारे के ढह जाने से नौ वर्षीय बालिका ऋतिका घायल हो गई। उसे उपचार के लिए आईजीएमसी शिमला में भर्ती कराया गया है।
उधर चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर पहाड़ से पत्थर गिरने का क्रम लगातार जारी है। मंडी और मनाली के बीच सात मील नामक स्थान पर पहाड़ी से हुए भूस्खलन में तीन वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि इन वाहनों में यात्रा कर रहे लोगों ने समय रहते मौके से भागकर जान बचा ली। इस घटना में एक स्कूटी, एक जीप और एक कार पूरी तरह चकनाचूर हो गई। इस सड़क पर हो रहे भूस्खलन के चलते मंडी से मनाली की ओर जाने वाले पर्यटकों को वाया कटौला होकर डायवर्ट किया गया है।
फिलहाल वर्षा से राहत नहीं
हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा का दौर लगातार जारी है। बीते 24 घंटों के दौरान चवारी में सर्वाधिक 77 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर व्यापक से भारी वर्षा हुई। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमानों के मुताबिक राज्य में फिलहाल मॉनसून संबंधी गतिविधियों में कोई कमी नहीं आएगी। विभाग ने 6 अगस्त तक राज्य में अधिकांश स्थानों पर वर्षा की संभावना जताई है। विभाग ने आज से 2 अगस्त तक राज्य के मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भारी वर्षा का येलो अलर्ट भी जारी किया है।