मॉनसून की दस्तक
पहुंचते ही पूरे प्रदेश में छाया मॉनसून
निर्धारित समय से लगभग दो हफ्ते पहले पहुंचा मॉनसून
शिमला, 13 जून। दक्षिण पश्चिम मॉनसून ने हिमाचल में दस्तक दे दी है। यही नहीं हिमाचल पहुंचते ही मॉनसून पूरे प्रदेश में छा गया है। इस बार मॉनसून ने निर्धारित समय से 13 दिन पहले ही प्रदेश में दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने भी मॉनसून के प्रदेश में पहुंचने की आज आधिकारिक घोषणा कर दी है। इससे पहले मौसम विभाग ने मॉनसून के 26 जनू को हिमाचल पहुंचने का अनुमान लगाया था लेकिन तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहे मॉनसून ने 13 दिन पहले ही प्रदेश में पहुंचकर सभी अनुमानों को झुठला दिया। पिछले साल 24 जून को मॉनसून हिमाचल पहुंचा था जबकि बीते 20 सालों में वर्ष 2000 में मॉनसून ने 9 जून को ही हिमाचल में दस्तक दे दी थी।
मौसम विभाग के स्थानीय निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि रविवार को पूरे प्रदेश में दक्षिण पश्चिम मानसून ने प्रवेश कर लिया। उन्होंने कहा कि मानसून के प्रभाव से 17 जून तक प्रदेश में भारी बारिश होने की आशंका है। इसे लेकर मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों के तहत आने वाले 10 जिलों में आरेंज व येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मनमोहन सिंह ने कहा कि लाहौल-स्पीति व किन्नौर को छोड़कर अन्य 10 जिलों में अगले 24 घंटों यानी 14 जून को गरज के साथ भारी बारिश का आरेंज अलर्ट रहेगा। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से अंधड़ चलने का अंदेशा है। इन इलाकों में 15, 16 व 17 जून को येलो अलर्ट रहेगा। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण भूस्खलन व पेड़ों के गिरने की घटनाएं सामने आ सकती हैं। ऐसे में अलर्ट वाले इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने आम जनमानस को नदी-नालों के किनारों पर न जाने की सलाह दी।
मनमोहन सिंह ने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। कंडाघाट में सर्वाधिक 52, कोठी में 30, डल्हौजी में 28, आरएल 1700 में 26, नाहन में 23, बिजाई में 22, गग्गल में 21, झंडुता व नादौन में 20-20, सलौणी में 18, बलद्वारा में 17, धर्मपुर व उना में 16-16, नगरोटा सूरियां, शिलारू व खेरी में 15-15, सराहन व बांगटू में 14-14 और सोलन में 12 मिलीमीटर बारिश हुई है।
उन्होंने कहा कि पहली जून से 13 जून तक राज्य में 41.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है, जो सामान्य से 39 फीसदी अधिक है। इस दौरान सिरमौर में सामान्य से 93 फीसदी, सोलन में 92 फीसदी, उना में 153 फीसदी, मंडी में 65 फीसदी और कांगड़ा में 81 फीसदी अधिक वर्षा हुई। इसी तरह चंबा में सामान्य से 47 फीसदी, शिमला में 46 फीसदी, हमीरपुर में 46 फीसदी और बिलासपुर में 35 फीसदी अधिक वर्षा दर्ज की गई। जबकि लाहौल-स्पीति में सामान्य से 79 फीसदी कम बारिश रही। किन्नौर और कुल्लू जिलों में भी सामान्य से 1 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई।