विधायक प्राथमिकता की बैठकें 27 व 28 जनवरी को
हिमाचल विधान सभा के बजट सत्र से पहले सरकार विधायकों की प्राथमिकताएं जानेगी। विधायकों की अपने अपने क्षेत्र की प्राथमिकताओं को बजट में शामिल करने के मकसद से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में विधायक प्राथमिकता की बैठकें 27 व 28 जनवरी को होंगी। बैठकों में विधायक अपने अपने चुनाव क्षेत्र की दो- दो प्राथमिकताओं को सरकार के समक्ष रखेंगे। विधायकों की प्राथमिकताओं को बजट में शामिल कर सरकार इन्हें नाबार्ड व अन्य ऐजेंसियों को तो वित्त पोषण को भेजेगी ही, साथ ही इनके लिए बजट में धनाबंटन भी किया जाएगा। प्राथमिकताओं के आधार पर ही बजट का आकार भी काफी हद तक तय होना है। बैठक में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विधायकों के साथ संसाधन बढ़ाने, और बेहतर प्रशासन व अन्य आर्थिक मुद्दों पर भी विधायकों के साथ चर्चा करेंगे।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होने वाली विधायक प्राथमिकता बैठक के पहले दिन 27 जनवरी को प्रथम सत्र में प्रात: साढ़े दस बजे सोलन, बिलासपुर व शिमला के विधायकों के बैठक होगी। इसी दिन दूसरे सत्र में दोपहर बाद दो से 5 बजे शाम तक मंडी, कुल्लू व सिरमौर जिलों के विधायकों की प्राथमिकताओं को मुख्यमंत्री जानेंगे। बैठक के दूसरे दिन 28 फरवरी को पहले सत्र में कांगड़ा व किन्नौर के विधायक मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी प्राथमिकताओं को रखेंगे। दूसरे सत्र में चंबा, ऊना , हमीरपुर व लाहौल स्पीति के विधायकों के साथ बैठक होगी। उल्लेखनीय है कि साल 2010 -11 तक विधायक प्राथमिकता की बैठक में विधायक अपने अपने चुनाव क्षेत्र में सडक़ों, पुलों, पेयजल से जुड़ी तीन नई व तीन पुरानी योजनाओं को बजट में शामिल करने का आग्रह सरकार से करते थे। मगर 2010-11 के बाद से विधायकों से उक्त मदों में दो- दो नई स्कीमें ही सरकार बजट में शामिल करने के लिए लेती है। विधायक प्राथमिकता की बैठक में विपक्ष के विधायक बीते चार सालों में उनकी प्राथमिकताओं पर अब तक हुए कार्य का लेखा जोखा सरकार से मांग सकते हैं। लिहाजा इन बैठकों में हंगामे के भी आसार हैं।