कुलदीप सिंह पठानिया सर्वसम्मति से चुने गए हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष 

कुलदीप सिंह पठानिया सर्वसम्मति से चुने गए हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष 
शिमला, 05 जनवरी कुलदीप सिंह पठानिया हिमाचल प्रदेश की 14 वीं विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए हैं। पठानिया का आज सर्वसम्मति से इस पद के लिए चयन हुआ। चयन के तुरंत बाद उन्होंने अपना पदभार संभाल लिया। कुलदीप सिंह पठानिया को विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित करने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पहला प्रस्ताव सदन में पेश किया। विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने इसका समर्थन किया। दूसरा प्रस्ताव उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने रखा और हर्षवर्धन चौहान ने इसका समर्थन किया तथा तीसरा प्रस्ताव धनीराम शांडिल द्वारा रखा गया। जिसका समर्थन विपिन सिंह परमार ने किया।प्रोटेम स्पीकर चौधरी चंद्र कुमार ने सभी प्रस्तावों को सदन में रखा और सदन ने सर्वसम्मति के साथ कुलदीप सिंह पठानिया को अध्यक्ष निर्वाचित करने के लिए लाए गए तीनों प्रस्तावों को पारित किया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने नव-निर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष को आसन तक पहुंचाया।
 मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस मौके पर कहा कि कुलदीप सिंह पठानिया एक सामान्य परिवार से संबंध रखते हैं और उनके परिवार से कोई भी राजनीति में नहीं था। वर्ष 1985 में वह पहली बार विधानसभा के सदस्य चुने गए और उस समय वह सबसे युवा विधायक थे। उन्होंने कहा कि पठानिया के अनुभव का फायदा विधानसभा के सदन को मिलेगा, क्योंकि वह विधि विशेषज्ञ हैं और विधानसभा के नियम कायदों को अच्छी तरह से जानते हैं। उन्होंने कहा कि कुलदीप पठानिया युवा कांग्रेस से राजनीति में आए। उन्होंने कहा कि पूरा सदन विधानसभा अध्यक्ष के संरक्षण में अपनी बात रखेगा और पूरी कोशिश रहेगी कि नियमानुसार सदन को चलाया जाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि विधानसभा अध्यक्ष सभी को बोलने का उचित मौका देंगे।
विपक्ष को पूर्ण संरक्षण की उम्मीद
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि सदन को इससे पहले भी बतौर विधायक कुलदीप सिंह पठानिया के अनुभव का फायदा मिलता रहा है। उन्होंने उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस की है और कानून को बेहतर जानते हैं। नियमों की अनुपालना को लेकर पहले भी पठानिया सदन के भीतर जिरह करते रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि विपक्ष को उनका पूरा संरक्षण प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने के लिए विपक्ष अपना पूरा सहयोग देगा। उन्होंने कहा कि चंबा जिला को चौथी बार फिर से विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व मिला है जो वहां के लोगों के लिए गर्व की बात है। उन्होंने उम्मीद जताई कि विधानसभा अध्यक्ष विपक्ष को ज्यादा से ज्यादा मौका सदन के भीतर देंगे और निष्पक्षता के साथ नियमों का निर्वहन करेंगे, इसकी उन्हें पूरी उम्मीद है।
समानता के लिए लड़ते रहे हैं पठानिया: मुकेश
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जिस आसन पर कुलदीप पठानिया बैठे हैं उसे कभी विट्ठल भाई पटेल ने सुशोभित किया है। यह बड़े गौरव की बात है और गरिमापूर्ण समय है। उन्होंने कहा कि 37 साल की तपस्या के बाद कुलदीप पठानिया को यह मौका मिला है। वह बेहतरीन वक्ता व प्रशासक हैं। उन्होंने पूरे चंबा जिला को विधानसभा अध्यक्ष मिलने पर बधाई दी। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वर्ष 1994 में कुलदीप सिंह पठानिया को बैस्ट पार्लियामेंटेरियन का अवार्ड मिल चुका है। उन्होंने कहा कि पठानिया हमेशा से सभी के समानता के अधिकार के लिए लड़ते रहे हैं।
चम्बा को अध्यक्ष पद मिलना गर्व की बात: हंसराज
चुराह से विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हंसराज ने कहा कि चंबा जिला के लिए एक बार फिर खुशी का अवसर है कि वहां से विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है। चौथी बार चंबा जिला को प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सदन में चंबा जिला के मुद्दों को उठाने के लिए उचित अवसर प्राप्त होगा।
मजबूत हुए हैं पठानिया: विपिन
पूर्व अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि इस आसन पर बैठकर कुलदीप सिंह पठानिया मजबूर नहीं मजबूत हैं। वह एक बार निर्दलीय भी जीत कर आ चुके हैं जोकि सबसे ज्यादा कठिन होता है, उन्होंने कहा कि पठानिया 16वें स्पीकर होंगे। उन्होंने बताया कि उनके समय में विधानसभा ने नई परंपराओं को शुरू करने की कोशिश की है। हिमाचल गठन के अवसर को मनाने की कोशिश की गई, वहीं पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का अवसर भी बेहतरीन तरीके से मनाया गया। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगे भी विधानसभा के विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा। विधायक हर्षवर्धन चौहान, रोहित ठाकुर, विक्रमादित्य सिंह, आरएस बाली, अनिल शर्मा, राजेश धर्माणी, कुलदीप सिंह राठौर, राम कुमार, डॉ. जनक राज तथा रणधीर शर्मा ने भी कुलदीप सिंह पठानिया को बधाई दी।