हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है जीवनधारा

हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है जीवनधारा

शिमला, 11 जुलाई। हिमाचल प्रदेश के दूर-दराज, दुर्गम और सुविधाओं के अभाव वाले क्षेत्रों के लोगों को घर-द्वार पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा मोबाइल प्राथमिक स्वास्थ्य और आरोग्य केन्द्र संचालित किए जा रहे हैं। जीवनधारा हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य की प्रतिकूल भौगोलिक परिस्थितियों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। जीवनधारा के माध्यम से लोगों को निःशुल्क चिकित्सा परामर्श, निःशुल्क दवाई तथा हाइपरटेंशन, मधुमेह व कैंसर जैसी बीमारियों की जांच चिकित्सा अधिकारी द्वारा उपलब्ध करवाई जाती है। जीवनधारा के माध्यम से नियमित प्रसवपूर्व जांच के अतिरिक्त स्वास्थ्य से जुड़ी सूचना, शिक्षा और संप्रेषण सत्र आयोजित करवाए जाते हैं। जीवनधारा का उपयोग प्राकृतिक और मानव सृजित आपदाओें, महामारी जैसे कोविड-19 से प्रभावित लोगों को सेवा प्रदान करने में किया जा रहा है।

प्रदेश के कांगड़ा, मण्डी, शिमला, चम्बा, कुल्लू, सिरमौर और सोलन जिलों में 10 जीवनधारा वैन अपनी सेवाएं प्रदान कर रही है। जीवनधारा के तहत राज्य में जून 2021 तक 955 शिविर लगाए जा चुके हैं। इसके तहत अब तक 32 हजार 569 ओपीडी जांच तथा 17 हजार 778 लैब जांच किए गए हैं।

कोविड-19 की बदलती परिस्थितियों के चलते सभी 10 जीवनधारा को रैपिड एंटीजन टैस्टींग के लिए तैनात किए गए हैं। जीवनधारा के अन्तर्गत 11 मई से 7 जुलाई तक राज्य के विभिन्न सात जिलों में 12,140 जांच किए गए हैं। इस अवधि में जिला चम्बा में 672 जांच, कांगड़ा में 1 हजार 652, कुल्लू में 1 हजार 668 जांच, मण्डी में 2 हजार 562 जांच, शिमला में 1 हजार 803 जांच, सोलन में 2 हजार 719 तथा सिरमौर में 1 हजार 64 जांच की जा चुकी है।

जीवनधारा मोबाइल स्वास्थ्य और आरोग्य केन्द्र प्रदेश के लोगों को चिकित्सा परामर्श तथा  सेवाएं प्रदान करने के साथ स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में महत्त्चवपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।