हिमाचल में सता की चाबी हमेशा कर्मचारियों के हाथ : एनआर ठाकुर
भाजपा नहीं हारी बल्कि कर्मचारियों और अपने कार्यकर्ताओं की अनदेखी पड़ी भारी
मंडी, 9 : हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एनआर ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में सरकार को किसी ने नहीं हराया बल्कि भाजपा अपनी गलतियों से हारी है।आज हिमाचल में भी भाजपा गुजरात की तरह सता पर काबिज़ हो सकती थी लेकिन सरकार की भयंकर भूलें भाजपा को भारी पड़ गई। इन पांच वर्षों में कर्मचारियों, मजदूरों और पेंशनरों के जायज मुद्दों को नजरंदाज किया गया।अपने ही कर्मठ कार्यकर्ताओं को नेता गुट विशेष से जोड़कर उन्हें प्रताड़ित किया गया। ज्यादातर कर्मचारी यूनियनों के पदाधिकारी एक विशेष चुनाब क्षेत्र से बिना चुनावों के ही मनोनीत कर दिए गए और उन्हें सरकार द्वारा बिना किसी नियम के मान्यता दे दी गई जो 2.50 लाख कर्मचारियों का अपमान था। प्रजातांत्रिक प्रणाली से चुने गए कर्मचारी संगठनों को तोड़ा गया और चापलूसों तथा मोकाप्रस्तों को तरजीह दी गई। तबादलों पर भ्रष्टाचार हुआ और सेवा विस्तार चहेतों को दिया गया।भाजपा शायद यह भूल गई थी की हिमाचल में सता की चाबी हमेशा कर्मचारियों के हाथ में रहती है। जिस भी सरकार ने कर्मचारियों और मजदूरों को हल्के में लिया उस सरकार को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है।यही वजह है कि हर पांच साल के बाद हिमाचल में सरकार बदलती रहती है। गुजरात की तरह अगर किसी सरकार ने लंबा चलना है तो जनता से भावनात्मक तरीके से जुड़ना भी पड़ेगा और
गुणवता के आधार पर काम भी करना पड़ेगा। केवल यह गलतफहमी पालना ठीक नहीं कि हम जो मर्जी कर लें लेकिन लोग मोदी और योगी के नाम पर हिमाचल में वोट दे ही देंगे।मोदी और योगी की मार्केटिंग तब काम आती जब स्वयं भी कुछ अच्छा करते। भाजपा का अति उत्साह और कार्यकर्ताओं के प्रति बेपरवाह रवैया ही पार्टी को ले डूबा। कर्मचारियों से लिया पंगा शांता कुमार जैसे राष्ट्रबादी नेता को भी महंगा पड़ा था तो जयराम ठाकुर कैसे बचते। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को जीत की बधाई दी और उम्मीद जताई की कांग्रेस सरकार कर्मचारियों और मजदूरों से सौहार्दपूर्ण संबध बनाएगी। उन्होने कहा कि कांग्रेस हिमाचल में सरकार बनाते ही कर्मचारियों और पेंशनरों से किए वायदों को जल्दी अमलीजामा पहनाना शुरू करें ताकि एक विश्वास का वातावरण बन सके। ठाकुर ने कांग्रेस सरकार को भी चेताया है कि वह भाजपा की तर्ज पर कर्मचारियों के ज्वलंत मुद्दों को नजरंदाज न करें अन्यथा भाजपा की तरह ही परिणाम भुगतने को भी तैयार रहें।