52 का हुआ हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय

समसामियक चुनौतियों का सामना करने के लिए युवाओं में विकसित हो योग्यता और साहस : अर्लेकर

विश्वविद्यालय की स्वायत्तता रहेगी बरकरार : जयराम ठाकुर

शिमला, 22 जुलाई। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के 52वें स्थापना दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि शिक्षा जीवन का आधार है, हर व्यक्ति जीवनभर शिक्षा प्राप्त करता है लेकिन यह जानना महत्त्वपूर्ण है कि हमारी शिक्षा का लक्ष्य क्या होना चाहिए। शिक्षा देने वाले और शिक्षा ग्रहण करने वाले दोनों को यह पता होना चाहिए कि वह क्या शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। हमारी उच्च परम्पराओं से इसे कैसे जोड़े और कौन-कौन से विषय होने चाहिए, इस पर कार्य किया जाना चाहिए।

आर्लेकर ने कहा कि बेहतर समाज की स्थापना के लिए सभी को विकास की यात्रा में पीछे रहे लोगों को आगे बढ़ने के लिए संवेदनशीलता के साथ योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपनी युवा शक्ति को बौद्धिक ज्ञान प्रदान कर रचनात्मक दिशा प्रदान करनी चाहिए। यह हमारा दायित्व है कि हम समसामयिक चुनौतियों का सामना करने के लिए युवाओं में योग्यता और साहस विकसित करें, तभी विश्वविद्यालय सही मायनों में अपनी भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को शोध का केंद्र बनाया जाना चाहिए जहां शिक्षा का आधार चरित्र निर्माण हो। उन्होंने गुणात्मक शिक्षा के साथ-साथ विश्वविद्यालय के ग्रेड को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के 52वें स्थापना दिवस के अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने शिक्षा, शोध और प्रौद्योगिकी के शिक्षण और सीखने में अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने उच्चस्तरीय नौकरियों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण के साथ-साथ व्यक्तित्व के विकास के जरूरी शिक्षा भी प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में लगभग 6.73 करोड़ रुपये की लागत की विकासात्मक परियोजाएं समर्पित की। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण भी किया। इसकी स्थापना पर 20 लाख रुपये व्यय किए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने शिक्षक कॉलोनी में 16 लाख रुपये की लागत से निर्मित ट्रांसफार्मर हॉल, 36 लाख रुपये की लागत से सौंदर्यीकरण कार्य और पार्किंग, 1.12 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मॉडल स्कूल के चौथे चरण, 1.49 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अकादमिक स्टाफ कॉलेज के फैकल्टी हाउस की अतिरिक्त मंजिलों और 49 लाख रुपये की लागत से निर्मित परीक्षा स्टोर और तीन दुकानों, 1.07 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पुस्तकालय भवन 1.49 करोड़ रुपये की लागत से संकाय अतिथि गृह का जीर्णोधार, 35 लाख रुपये की लागत से विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति कार्यालय के सामने सौन्दर्यीकरण कार्य व पार्किंग को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि इन सुविधाओं से शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारियों के साथ छात्रों को सुविधा प्रदान करने में मदद मिलेगी।

इस मौके पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने भी संबोधित किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सिकन्दर कुमार, विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद के सदस्य, विश्वविद्यालय कोर्ट के सदस्य, संस्थापक निदेशक, विभागाध्यक्ष और गैर शिक्षक कर्मचारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।