हिमाचल के किसान अपनी आवाज उठाने में पूरी तरह सक्षम : विक्रमादित्य

हिमाचल के किसान अपनी आवाज उठाने में पूरी तरह सक्षम : विक्रमादित्य

कांग्रेस किसानों व बागवानों के साथ अन्याय सहन नही करेगी

शिमला, 29 अगस्त। शिमला ग्रामीण से कांग्रेस विद्यायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि कांग्रेस किसानों व बागवानों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय सहन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसान व बागवान अपनी कोई भी आवाज उठाने में पूरी तरह सक्षम हैं। आज शिमला में पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में विक्रमादित्य सिंह ने पिछले कल सोलन में किसान नेता राकेश टिकैत के साथ एक व्यक्ति से हुए वाद-विवाद को अनावश्यक बताते हुए कहा कि नेता हो या कोई आम व्यक्ति सभी को अपनी भाषा पर संयम रखना चाहिए,और एक शिष्टाचार होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रदेश में किसान नेता टिकैत के आने से कोई आपत्ति नही है। उन्हें आपत्ति केवल अभद्र भाषा से है। उन्होंने कहा कि जब कोई इस प्रकार का विवाद या तनाव पैदा हो जाता है तो यात्रा या किसी भी आंदोलन का असली मकसद पीछे रह जाता है। उन्होंने कहा कि वह राकेश टिकैत का सम्मान करते हैं, वह किसानों की एक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं और किसान आंदोलन का वह स्वयं भी समर्थन करते हैं।

विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि वह प्रदेश में सेब बागवानों के हितों की रक्षा करने में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा कि किसानों व बागवानों के मुद्दों को सदन के अंदर भी उन्होंने उठाया है। प्रदेश में पूर्व वीरभद्र सिंह सरकार के समय कोल्ड स्टोर खोले गए, सरकारी विपणन व्यवस्था शुरू की, साथ मे न्यूनतम समर्थन मूल्य शुरू किया था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लकड़ी के बक्सों की जगह गत्ते की पेटियों का प्रचलन कांग्रेस सरकार ने ही शुरू किया था। इसके लिये गुम्मा के प्रगति नगर में एक बड़ी गत्ता फेक्ट्री भी स्थापित की थी। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सरकार ने बागवानी विकास के लिये 1400 करोड़ का एक प्रोजेक्ट भी लाया था जो वर्तमान सरकार की उपेक्षा का शिकार बना है।

विक्रमादित्य सिंह ने सेब के दामों में निरंतर हो रही गिरवाट पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बागवानों को उनकी लागत का उचित दाम मिले, इसे पूरी तरह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।