नहीं शामिल हुआ सर्वदलीय बैठक में, सत्र का हंगामेदार होना तय कुलदीप सिंह पठानियां की सभी सदस्यों से रचनात्मक सहयोग की अपील
शिमला, 26 अगस्त। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र कल मंगलवार 27 अगस्त से आरंभ हो रहा है। इस सत्र के हंगामेदार रहने की पूरी संभावना है। विपक्षी दल भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सोमवार को बुलाई गई सर्व दलीय बैठक में शामिल न होकर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। हालांकि इसके बावजूद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सभी सदस्यों से सत्र के दौरान रचनात्मक सहयोग की अपील की है। विधानसभा का मौनसून सत्र राज्य में हाल ही में संपन्न 9 विधानसभा उपचुनाव और इससे पहले सम्पन्न लोकसभा के बाद हो रहा है। ऐसे में राज्य के दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंदाता पूरे चरम पर है। यही नहीं प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार द्वारा इस अवधि में लिए गए कई कथित जन विरोधी निर्णयों के कारण भी सत्ता पक्ष और विपक्ष में मौनसून सत्र से पहले ही तलवारें खींची हुई है। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि विपक्ष सत्र के दौरान पूरी तरह हमलावर रहेगा जबकि दूसरी ओर सत्ता दल कांग्रेस विधानसभा उपचुनावों में जीत के घोड़े पर सवार होकर विधानसभा पहुंची है। ऐसे में पार्टी के विधायकों से लेकर मंत्रियों तक सभी विपक्ष को करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं। सत्र के दौरान कुल 10 बैठकें होंगी। इस बीच सर्वदलीय बैठक में विपक्ष के न पहुंचने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने बैठक में न आने के लिए अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। उन्होने सभी सदस्यों से आग्रह किया है कि वे सदन के समय का सदुपयोग जनहित से सम्बन्धित विषयों को उठाने के लिए करें तथा उस पर चर्चा करें। उन्होंने कहा कि जो भी विषय सदस्य सदन में चर्चा के लिए लाएंगे, वह उसके लिए भरपूर समय देंगे। उन्होंने कहा कि सदस्यों का भी दायित्व रहेगा कि समय का सदुपयोग सार्थक चर्चा के लिए करें। उन्होंने कहा कि सदस्य प्रदेश हित तथा अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र के विषय सदन में उठा सकते हैं तथा अविलम्ब चर्चा कर सकते हैं और सरकार भी उसका जवाब देने के लिए तत्पर है। उन्होंने सदन के सुचारू संचालन के लिए सदन में दोनों पक्षों से सहयोग की अपील की। बॉक्स विपक्ष का बैठक में न आना संसदीय परम्पराओं के लिए उचित नहीं संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने सर्वदलीय बैठक में विपक्ष के नेता के न आने पर कहा कि ये संसदीय परम्पराओं के लिए उचित नहीं है। ऐसा पहली बार हुआ कि बैठक में विपक्ष नहीं आया। यदि जय राम ठाकुर को नहीं आना था तो वह अपनी जगह किसी और को भेज सकते थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ऑपरेशन लोटस का जो प्रयास किया वह असफल रहा है। अब भाजपा चुपचाप 2027 तक विपक्ष की सकारात्मक भूमिका अदा करते हुए जनता के मसलों को सदन में उठाए। बॉक्स अभी तक पूछे गए 936 सवाल मौनसून सत्र के लिए अभी तक कुल 936 सवाल आ चुके हैं जिसमें 640 तारांकित जबकि 296 अतारंकित हैं। इसके अलावा नियम 101 के तहत 10, नियम 62 के तहत 7, नियम 63 के तहत 1, नियम 130 के तहत 20 और नियम 324 के तहत 4 चर्चाएं आई है। अधिकांश प्रश्न इन्दिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि, बाढ़, स्कूलों का विलय, प्रदेश में हाल में भारी वर्षा तथा प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न हुई स्थिति, सरकार द्वारा आपदा से निपटने हेतु किए गए प्रयास, सड़कों, पुलों का निर्माण, स्वीकृत सड़कों की डीपीआर प्रदेश में महाविद्यालयों, स्कूलों, स्वास्थ्य संस्थानों इत्यादि का उन्नयन एवं विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की पदपूर्ति, पर्यटन, उद्यान, पेयजल की आपूर्ति, युवाओं में बढ़ते नशे के प्रयोग की रोकथाम, बढ़ते अपराधिक मामलों व सौर ऊर्जा तथा परिवहन व्यवस्था पर आधारित है।