कोकसर, ग्रामफू काजा मार्ग पर दो दिन यात्रा न करने की एडवाइजरी जारी
17 और 18 जुलाई को प्रदेश में भारी से अति भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट
शिमला, 14 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की भारी वर्षा का दौर जारी है। बीते 24 घंटों के दौरान पालमपुर में सर्वाधिक 112 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा भराड़ी में 80, बलद्वारा में 42, धर्मशाला में 40, पांवटा साहिब में 36 और जोगिंद्रनगर में 28 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी व्यापक से भारी वर्षा हुई है जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारी वर्षा के चलते जनजातीय जिला लाहौल स्पिति में यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जिले की कोकसर-ग्रामफू सड़क और उदयपुर-तिंदी नाला-करू नाला सड़कों पर जगह-जगह भूस्खलन के कारण ये सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। उपायुक्त नीरज कुमार ने लोगों को इन दोनों सड़कों और चंद्रताल व काजा की ओर जाने वाली सड़कों पर अगले दो दिनों तक यात्रा न करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि ये सड़कें कई स्थानों पर भूस्खलन और मलवा आने से बंद हो गई हैं। उदयपुर-तिंदी-कुंडू नाला सड़क पर भूस्खलन के कारण कई यात्री बीच में ही फंसे हैं जिन्हें निकालने के लिए आज राज्य पथ परिवहन निगम की दो बसें भेजी गई हैं। उपायुक्त ने ये भी कहा कि सीमा सड़क संगठन कोकसर-ग्रामफू सड़क को बहाल करने में जुटा हुआ है और इस सड़क को बहाल करने में कम से कम दो दिन का समय लगेगा। ऐसे में इस मार्ग पर जाने वाले यात्रियों को दो दिन बाद ही अपना कार्यक्रम तय करना होगा।
इस बीच प्रदेश में फिलहाल मॉनसून की दुश्वारियों से राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने 14 से 16 जुलाई तक राज्य के मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा, अंधड़ और आसमानी बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने 17 और 18 जुलाई को राज्य के मैदानी व मध्यम ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है। विभाग ने कहा है कि प्रदेश में मॉनसून के लगातार सक्रिय बने रहने और भारी से बहुत भारी वर्षा के चलते सभी नदी नाले उफान पर हैं। ऐसे में लोग इनके आसपास न जाएं। विभाग ने लोगों को भूस्खलन से भी बचने की सलाह दी है।
इसी बीच मौसम विभाग के पूर्वानुमानों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सभी जिला उपायुक्तों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।