हिमाचल में कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा

मौसम विभाग ने जारी की एडवाईजरी

भूस्खलन, पेड़ उखड़ने और नदी नालों का जलस्तर बढ़ने की संभावना

शिमला, 11 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में मॉनसून पूरी तरह सक्रिय हो गई है और राज्य के कुछ स्थानों पर मॉनसून ने विकराल रूप दिखाना भी शुरू कर दिया है। बीते 24 घंटों के दौरान राज्य में कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई। हालांकि अभी तक मॉनसून की इस अति भारी वर्षा से किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है।

मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान नयनादेवी में सर्वाधिक 181 मिलीमीटर, रेणुका में 155, जट्टो बैराज में 149, नाहन में 119, भराड़ी में 104, हमीरपुर में 98, कसौली में 64, मैहरे में 38, काहू में 35 और पालमपुर में 31 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी मॉनसून की व्यापक वर्षा हुई है। हालांकि शिमला और मंडी जिला के कई हिस्से अभी भी मॉनसून की व्यापक वर्षा के इंतजार में है। आज प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर मॉनसून के घने बादल छाए रहे और दिन के समय अलग-अलग स्थानों पर वर्षा भी हुई।

इस बीच मौसम विभाग ने राज्य में 15 जुलाई तक अधिकांश स्थानों पर मॉनसून की वर्षा होने की संभावना जताई है। विभाग ने 11 से 13 जुलाई तक राज्य के मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने 14 और 15 जुलाई को भी राज्य के मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है।

इस बीच प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा के अलर्ट के मद्देनजर मौसम विभाग ने भूस्खलन और पेड़ उखड़ने को लेकर एडवाइजरी जारी की है। विभाग ने एडवाइजरी में कहा है कि भारी से बहुत भारी वर्षा के चलते पर्यटक व स्थानीय लोग नदी-नालों के आसपास न जाएं क्योंकि पानी का स्तर कभी भी बढ़ सकता है।

उधर कुल्लू जिला प्रशासन ने आदेश जारी किए हैं कि नदी नालों के आसपास जाने वाले लोगों के खिलाफ कानून कार्रवाई की जाएगी। इस बीच प्रदेश में मॉनसून के सक्रिय होने के बावजूद आज भी अधिकतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री अधिक दर्ज किया गया।