नुरपूर के खज्जियां में दोबारा बनेगा गौ सदन
धर्मशाला, 19 दिसम्बर। कांगड़ा जिला के नुरपूर के तहत खज्जियां में दोबारा से गौ सदन का निर्माण किया जाएगा। यहां पर फोरलेन का काम पूरा होने के बाद इसको दोबारा बनाकर यहां पर गौवंश को आश्रय देंगे। यह बात पशुपालन मंत्री चन्द्र कुमार ने विधानसभा में विधायक रणवीर सिंह निक्का द्वारा नियम 62 पर लाई चर्चा के जवाब में कही। चन्द्र कुमार ने कहा कि बरसात के कारण इस गौ सदन को काफी ज्यादा नुकसान हुआ, जिस कारण से पशुओं को कहीं दूसरे स्थान पर भेजा गया। अगस्त में बारिश के कारण गांव बाडा, ग्राम पंचायत न्यांगल, सब तह0 कोटला, तहसील ज्वाली, जिला कांगडा़ में आई आपदा में भूमि जमीदोंज होने के कारण बेघर हुए पशुपालकों के 16 गौवंश को वर्तमान में गौसदन में आश्रय उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नूरपुर विधान सभा क्षेत्र में अन्य गौसदन खोलने का न तो प्रदेश सरकार का विचार है, न ही निजी क्षेत्र से ऐसा कोई आवेदन प्राप्त हुआ है। अपितु गौसदन खज्जियां के पास अभी भी 48 कनाल भूमि शेष बची है। राष्ट्रीय उच्च मार्ग के निर्माण के उपरान्त दोबारा से शेष बचे हुए शैडों के लिए सम्पर्क मार्ग निर्माण के उपरान्त बेसहारा गौवंश को रखने तथा इस भूमि में चल रहे पशु चिकित्सालय के संचालन की व्यवस्था पुन: की जा सकती है। इससे पूर्व विधायक रणवीर सिंह निक्का में सदन में ये मामला उठाते हुए कहा कि नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में स्थापित एकमात्र गौ सदन खज्जियां में था जो कि फोरलेन से प्रभावित होने की वजह से बंद हो गया। अब क्या सरकार नूरपुर में कोई और गौ सदन खोलने पर विचार कर रही है? क्योंकि आये दिनों आवारा पशुओं की वजह से किसानों और आम लोगों को बहुत नुकसान हो रहा है। पशुपालन मंत्री चन्द्र कुमार ने सदन को बताया कि गौसदन खज्जियां की स्थापना 31 अगस्त, 1959 को पशुपालन विभाग पंजाब द्वारा केन्द्र सरकार की सहायता से की गई थी। उस समय इस गौसदन की वहन क्षमता 50-60 गौवंश को रखने की थी।