नितिन गडकरी ने किए रोहतांग के दीदार

सड़क किनारे खोखे बनाकर हिमाचल को नहीं बना सकते स्विटजरलैंड : गडकरी

शिमला, 25 जून। राजमार्ग व भूतिल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आज विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल रोहतांग पास के दीदार किए। गडकरी आज दोपहर सड़क मार्ग से रोहतांग पास घूमने पहुंचे। गडकरी ने इस दौरान रोहतांग में काफी समय बिताया और इस दौरान जहां प्राकृतिक नजारों का आनंद लिया वहीं रोहतांग पास से होकर गुजरने वाली मनाली-लेह सड़क मार्ग की हालत का भी जायजा लिया। इस दौरान गडकरी ने मनाली और उसके आसपास सड़क किनारे बनी खोखानुमा दुकानों पर अपनी नाराजगी जताई और कहा कि इस तरह से हिमाचल को स्विट्जरलैंड नहीं बनाया जा सकता।

इस बीच नितिन गडकरी के लाहौल घाटी के सिसू पहुंचने पर जिलावासियों ने जनजातीय विकास मंत्री रामलाल मारकंडा की अगुवाई में उनका परंपरागत ढंग से स्वागत किया गया। रामलाल मारकंडा के नेतृत्व में इस मौके पर जिला भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल भी गडकरी से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने अटल टनल रोहतांग के खुल जाने से पर्यटन गतिविधियां बढ़ने व साहसिक शीतकालीन खेलों की संभावना को देखते हुए केंद्रीय मंत्री से रोपवे व स्कीईंग खेलों के लिए केंद्र से पर्याप्त धन राशि उपलब्ध करवाने की मांग की। गडकरी ने इस पर राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र को प्रस्ताव भेजने को कहा। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में वह हिमाचल की हरसंभव मदद करेंगे।

प्रतिनिधिमंडल ने तांदी-संसारीनाला सड़क व ग्रामफु-काजा-समधो सड़क को डबल लेन करने और इन्हें सामरिक महत्व का दर्जा देने की भी मांग की। गडकरी ने कहा कि ग्रामफू-समधो सड़क के लिए बजट का प्रावधान कर इस सड़क को सामरिक महत्व की सड़क घोषित किया जाएगा।

इस मौके पर प्रतिनिधिमंडल ने लाहौल घाटी के पवित्र स्थल चंद्रभागा के संगम स्थल तांदी में बांध न बनाने के बारे में भी ज्ञापन गडकरी को सौंपा। गडकरी ने इस मुद्दे पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है। गडकरी बाद में अटल टनल रोहतांग के माध्यम से मनाली लौट आए।

पर्यटकों को हुई भारी असुविधा

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के रोहतांग पास और लाहुल स्पिति के दौरे के चलते आज पर्यटकों और स्थानीय लोगों को जबरदस्त कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। गडकरी के दौरे के दृष्टिगत कुल्लू और लाहौल स्पिति जिला पुलिस ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए थे। ऐसे में गडकरी के रोहतांग दौरे के दौरान रोहतांग पास की ओर मनाली और कोकसर से वाहनों की आवाजाही कई घंटों तक रोक दी गई। यही नहीं लाहौल घाटी के दौरे के दौरान भी वाहनों की आवाजाही बंद रखी गई जिस कारण मनाली-केलांग सड़क पर कई किलोमीटर का ट्रैफिक जाम लग गया। गडकरी के अटल टनल रोहतांग के क्रॉस करने के दौरान भी ट्रैफिक को कुछ देर के लिए रोक दिया गया जिस कारण रोहतांग टनल के भीतर वाहनों के खड़े हो जाने के चलते यकायक कार्बन का स्तर बढ़ गया और अपने वाहनों में आ रहे लोगों को कुछ देर के लिए सांस लेने में भी दिक्कतें आई।