पर्यटकों की भारी आमद से बेचैन हुई सरकार
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा- निर्धारित मानदंडों के उल्लंघन की किसी को नहीं दी जाएगी अनुमति
शिमला, 14 जून। हिमाचल प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू अनलॉक-2 में रियायतों और प्रदेश में बिना आरटीपीसीआर टेस्ट के पर्यटकों के लिए खोलने के साथ ही पहाड़ों पर उभरी पर्यटकों की भारी भीड़ ने प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार को बेचैन कर दिया है। प्रदेश के अधिकांश पर्यटक स्थल राज्य की सीमाएं खुलते ही पर्यटकों से लबालब हो गए हैं। ऐसे में राज्य में एक बार फिर कोरोना महामारी का संक्रमण बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है। नतीजतन प्रदेश सरकार की बेचैनी फिर से बढ़ गई है। इसी के चलते मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज एक बार फिर मीडिया के सामने आकर सरकार की ओर से सफाई पेश की और कहा कि राज्य में आने वाले सभी लोगों की कोविड ई-पास सॉफ्टवेयर के माध्यम से निगरानी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में
प्रदेश में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए सरकार ने आरटीपीसीआर आवश्यकता की शर्त को हटा दिया है, लेकिन कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन करने की किसी को अनुमति नहीं दी गई है। जयराम ठाकुर ने कहा कि पूरे देश में अन्तरराज्यीय आवाजाही की अनुमति दी गई है और हिमाचल प्रदेश ने यह भी निर्णय लिया है कि राज्य में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए कोविड ई-पास सॉफ्टवेयर में पंजीकरण के माध्यम से निगरानी की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रवेश करने के इच्छुक सभी व्यक्तियों को अब इस ऑनलाइन सॉफ्टवेयर में अपना विवरण दर्ज करना आवश्यक है और उनके आगमन का विवरण सभी संबंधित हितधारकों के साथ सांझा किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि होटल व्यवसायियों को राज्य सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रणाली का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने पर्यटकों से सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने और फेसमास्क पहनने व परस्पर दूरी के नियम के अनुपालन का भी आग्रह किया।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में टीकाकरण अभियान सुचारू रूप से चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की लोगों को वैक्सीन की लगभग 25.17 लाख खुराकें लगाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान को समय पर पूरा करने के प्रयास जारी हैं।