हिमाचल में मॉनसून की व्यापक वर्षा का दौर जारी
11 बांधों के गेट खोले गए, लोगों को सचेत रहने की हिदायत
शिमला, 23 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की व्यापक से भारी वर्षा का दौर जारी है। ऐसे में राज्य के सभी नदी-नाले उफान पर हैं। नतीजतन प्रदेश में स्थित अधिकांश बांध अभी से ही पानी से लबालब हो गए हैं। ऐसे में इन बांधों से सुरक्षा के लिहाज से पानी छोड़ना जरूरी हो गया है। इसी के चलते राज्य के 11 छोटे बड़े बांधों के फ्लड गेट खोल दिए गए हैं ताकि बांधों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। राज्य में इस समय कुल 21 छोटे-बड़े बांध हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक राज्य की सभी प्रमुख नदियां ब्यास, सतलुज और रावी तथा इनकी सहायक नदियां उफान पर हैं। ऐसे में इन नदियों पर स्थित अधिकांश बांध पानी से भर गए हैं। इसके चलते चमेरा-1, चमेरा-2, कोलडैम, नाथपा डैम, सैंज बैराज, करछम, कुप्पा बैराज, मलाणा-1, मलाणा-2, बुधिल और छांजू-1 बांधों के गेट खोल दिए गए हैं। गिरी नदी पर स्थित जट्टो बैराज के फ्लड गेट पहले ही खोल दिए गए थे। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक आज इन 11 बांधों से 1077 क्यूसिक पानी छोड़ा गया। इनमें से सबसे अधिक 754 क्यूसिक पानी नाथपा बांध से छोड़ा गया। इसी तरह करछम बांध से 326 क्यूसिक पानी आज सतलुज नदी में छोड़ा गया। इससे इन नदियों के निचले क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ गया है और लोगों को नदी नालों से दूर रहने को कहा गया है।
इस बीच मौसम विभाग ने प्रदेश में मॉनसून संबंधी गतिविधियों में फिर से तेजी आने का पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग ने आज जारी पूर्वानुमान में कहा है कि राज्य में 25 जुलाई को कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होगी। विभाग ने 26 और 27 जुलाई को राज्य के 8 जिलों बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। इस बीच बीते 24 घंटों के दौरान कुफरी में सर्वाधिक 59, भराड़ी में 46, नयनादेवी में 39, बैजनाथ में 34, कंडाघाट में 33, जुब्बड़हट्टी में 32, बलद्वारा में 30, शिमला में 27 और बंजार में 25 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। अन्य स्थानों पर भी व्यापक से भारी वर्षा हुई है। प्रदेश में आज अधिकतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री कम दर्ज किया गया। हालांकि इसके बावजूद राज्य के मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लोगों को जबरदस्त उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।