मुख्यमंत्री को धमकी का मामला
धमकी देने वालों के खिलाफ आईटी कानून के तहत मुकदमा दर्ज
शिमला, 31 जुलाई। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को खालिस्तान समर्थक संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ के गुरपखावन्त सिंह पन्नू के आतंकी पन्नू द्वारा धमकी दिए जाने के बाद हिमाचल प्रदेश पुलिस ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा बढ़ा दी है। सिख फॉर जस्टिस की ओर से पन्नू ने बीते रोज ही प्री रिकॉर्डेड संदेश के माध्यम से हिमाचल में पत्रकारों और आम जनता को मोबाइल फोन पर कॉल करके धमकी दी थी कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को झंडा नहीं फहराने दिया जाएगा। इसी के बाद प्रदेश पुलिस हरकत में आई है और जहां मुख्यमंत्री की सुरक्षा को बढ़ाया गया है वहीं उनके घर की सुरक्षा में भी वृद्धि की गई है। साथ ही इस सारे मामले में पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत साइबर थाने में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा है कि मुख्यमंत्री को दी गई धमकी के बाद उनकी सुरक्षा को और कड़ा किया गया है। इसके अलावा प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में भी पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है और हिमाचल में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की गहन तलाशी लेने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस से पहले इस तरह की धमकियों को प्रदेश पुलिस ने गंभीरता से लिया है और इस मामले में केंद्रीय एजेंसी के साथ भी तालमेल स्थापित किया जा रहा है।
इस बीच प्रदेश पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस सारे मामले में प्रदेश पुलिस के शिमला स्थित साइबर थाने में आईपीसी की धारा 124, 153-ए, 506, 120-बी, 13 और आईटी एक्ट 2000 की धारा 66 सी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अभी तक की गई जांच पड़ताल में पता चला है कि ये प्री रिकॉर्डेड कॉल प्रदेश में आम जनता के अलावा पत्रकारों को भी आई है और ये कॉल वाइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल के माध्यम से की गई है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जांच जारी है और ये कॉल करने वाले के सही स्थान का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आरोपी को साबित करने के लिए ऑडियो क्लिप की स्पेक्ट्रोग्राफी भी की जाएगी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक ये मामला राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर से जुड़ा है। इसलिए हिमाचल पुलिस विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों से भी इस मामले का भांडा फोड़ करने के लिए मदद ले रही है।
गौरतलब है कि खालिस्तान समर्थक द्वारा की गई इस कॉल में किसानों से 15 अगस्त को अपने ट्रैक्टरों के साथ सड़कों पर उतरने को कहा गया है ताकि जयराम ठाकुर को तिरंगा झंडा न फहराने दिया जाए। कॉल में ये भी कहा गया है कि हिमाचल पंजाब का हिस्सा है और सिख फॉर जस्टिस पंजाब में रायशुमारी चाहता है तथा इसके बाद पंजाब को आजाद कराने के बाद हिमाचल को भी पंजाब में शामिल कर लिया जाएगा।