मंडी के शिव धाम को मिली फॉरेस्ट क्लीयरेंस

धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे का भी जल्द होगा लोकार्पण

शिमला, 5 अगस्त। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि मंडी में प्रस्तावित शिव धाम को फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिल गई है। ऐसे में इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा। जयराम ठाकुर ने आज विधानसभा में विधायक रमेश धवाला द्वारा प्रदेश में उपलब्ध जलाशयों तथा जल पर्यटन की अपार संभावनाओं के दृष्टिगत, इन क्षेत्रों में अधोसंरचना तथा रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए कश्मीर की तर्ज पर जल पर्यटन नीति बनाने के लिए लाए गए संकल्प पर हुई चर्चा के जवाब में बोल रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि धर्मशाला-मैक्लोडगंज के बीच प्रस्तावित रोपवे का कार्य लगभग पूरा हो गया है और इसका लोकार्पण जल्द कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री के जवाब से संतुष्ट रमेश धवाला ने अपना संकल्प वापस लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में पर्यटन को विकसित करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। इनमें साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के अलावा हेली टैक्सी की शुरूआत, बीड़ बीलिंग में एडीबी के तहत आधारभूत ढांचा सृजित करना, बिजली महादेव के लिए रोपवे की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना, पलचान से रोहतांग के लिए रोपवे को एफसीए की मंजूरी हासिल करना और विभिन्न जलाश्यों तथा नदियों में जल क्रीड़ाएं शुरू करना शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश में नए पर्यटक स्थल विकसित करने के लिए नई राहें, नई मंजिलें कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत तत्तापानी में जल क्रीड़ाएं शुरू की गई हैं और प्रदेश में पैरा ग्लाइडिंग के अलावा रॉक क्लाइंबिंग, बंजी जंपिंग, फ्लाइंग फ़ॉक्स और जॉय राइड जैसी गतिविधियां शुरू की गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के बार-बार के प्रयासों के बावजूद, पौंग डैम, पंडोह डैम और चमेरा जलाश्यों में सरकार को जल क्रीड़ाओं की अनुमति नहीं मिली है। इसके लिए भविष्य में भी प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि शिमला के संजौली में निर्माणाधीन हेलीपोर्ट लगभग तैयार है और इसके शुरू होने से प्रदेश में हेली टैक्सी को बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि अटल टनल पर्यटकों के लिए बहुत बड़ा आकर्षण बन गया है और सरकार अब यहां पर्यटकों की सुविधा के लिए सुरंग के दोनों कोनों पर मार्केट का भी निर्माण करने जा रही है।

इससे पूर्व, भाजपा सदस्य रमेश धवाला ने प्रदेश में उपलब्ध जलाशयों तथा जल पर्यटन की अपार संभावनाओं के दृष्टिगत, इन क्षेत्रों में अधोसंरचना तथा रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए कश्मीर की तर्ज पर जल पर्यटन नीति बनाने का संकल्प पेश किया। उन्होंने कहा कि सैलानियों को कैसे अधिक से अधिक आकर्षित कर सकें, इस पर ध्यान देना होगा। इससे राज्य में रोजगार के और अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने राज्य में सड़कों की हालत में और सुधार लाने की भी बात कही।

कांग्रेस सदस्य रामलाल ठाकुर ने कहा कि इको पर्यटन के लिए वन विभाग को बीच में लेने की जरूरत है और यदि वाटर स्पोर्ट्स को लें तो उसके विभाग को साथ लेना पड़ेगा। इसके लिए सभी विभागों को इकट्ठा कर ऐसी नीति बनाई जाए, जिसमें फिर इन विभागों का दखल न हो। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ाने के लिए नई सोच से आगे बढ़ना होगा, तभी जहां पर्यटक बढ़ेंगे, वहीं रोजगार भी बढ़ेगा।

इस संकल्प पर हुई चर्चा में नरेंद्र ठाकुर, आशा कुमारी, जेआर कटवाल, सुंदर ठाकुर, किशोरी लाल, लखविंद्र राणा, जगत सिंह नेगी, सुभाष ठाकुर और जवाहर ठाकुर ने भी हिस्सा लिया।