न्यायमूर्ति अनूप चितकारा को दी गई गरिमापूर्ण विदाई

शिमला, 8 अक्तूबर। न्यायमूर्ति अनूप चितकारा को आज हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में गरिमापूर्ण विदाई दी गई, जिनका पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में स्थानांतरण किया गया है। उच्च न्यायालय में उनके सम्मान में फुलकोर्ट एड्रेस आयोजित किया गया। इस अवसर पर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि मलिमठ, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सबीना, न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान, न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर, न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर, न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल, न्यायमूर्ति संदीप शर्मा, न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ और न्यायमूर्ति सत्येन वैद्य उपस्थित थे।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि मलिमठ ने कहा कि न्यायमूर्ति अनूप चितकारा अधिवक्ताओं के पारंपरिक परिवार से संबंध रखते हैं। उन्होंने कहा कि अत्यंत व्यस्तता के बावजूद न्यायमूर्ति अनूप चितकारा ने न केवल एक अधिवक्ता के रूप में बल्कि एक न्यायाधीश के रूप में भी कई व्याख्यान दिए हैं और कानून की समृद्धि में बहुत योगदान दिया है।

इस अवसर पर न्यायमूर्ति अनूप चितकारा ने न्यायधीशों, बार के सदस्यों, न्यायिक अधिकारियों, रजिस्ट्ररी के कर्मचारियों व अधिकारियों तथा इस अवसर पर संबोधन करने वालों का उनके प्रति स्नेह और सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि तीसरी पीढ़ी का अधिवक्ता होने के नाते, उनकी व्यावसायिक सफलता और पद कड़ी मेहनत का परिणाम है।

महाधिवक्ता अशोक शर्मा, हिमाचल प्रदेश बार काउंसिल के वरिष्ठ सदस्य आई.एन. मेहता, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष लवनीश कंवर और भारत के सहायक सॉलिसिटर जनरल बलराम शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार प्रकट किए। न्यायमूर्ति अनूप चितकारा को फुल कोर्ट रेफरेंस के पश्चात् गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।