कोरोना की संभावित तीसरी लहर से डरा शिमला जिला प्रशासन
शिमला, 17 जुलाई। हिमाचल प्रदेश की राजधानी व पहाड़ों की रानी शिमला में कोरोना महामारी के बीच उमड़ रही पर्यटकों की भारी भीड़ से अब जिला प्रशासन को भी घबराहट होने लगी है। अभी तक पर्यटकों की इस भारी भीड़ को हल्के में ले रहे जिला प्रशासन पर प्रदेश सरकार से लेकर केंद्र तक से पड़ी फटकार के बाद अब शिमला जिला प्रशासन की नींद टूटी है। जिला प्रशासन ने अब शहर के प्रसिद्ध मालरोड और रिज मैदान पर पर्यटकों और स्थानीय लोगों की संख्या को सीमित करने तथा यहां बेवजह घूमने वालों पर नकेल कसने का फैसला किया है। ये फैसला आज उपायुक्त आदित्य नेगी की शहर के व्यापार मंडल, होटल एसोसिएशन और बस व टैक्सी ऑपरेटर एसोसिएशन के साथ हुई बैठक में लिया गया ताकि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से शहरवासियों को बचाया जा सके।
आदित्य नेगी ने कहा कि शिमला में पर्यटकों की ज्यादा आमद के चलते तथा कुछ एक स्थानों पर भीड़ भाड़ को नियंत्रित करने के लिए स्टेकहोल्डर के साथ विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि शिमला के रिज तथा मॉल में पर्यटकों एवं लोगों को सीमित संख्या में ही अब प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। रिज तथा मॉल के प्रवेश रास्ते पर पुलिस की तैनाती कर पर्यटकों व लोगों को जागरूक करेंगे, ताकि सामाजिक दूरी बनी रहे। उन्होंने बताया कि रिज तथा मॉल रोड पर बैठने के लिए लगाए गए कुछ बैंचों को अब हटा दिया जाएगा। नौजवान तथा युवाओं को उन बैंचो पर बैठने नहीं दिया जाएगा। इन बेंचो पर अब सिर्फ वरिष्ठ नागरिकों को ही बैठने की इजाजत होगी।
उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों द्वारा रिज तथा मालरोड में लोगों की अधिक संख्या होने पर उन्हें भीड़ भाड़ से निकलने का आग्रह करेंगे। भीड़ भाड़ को नियंत्रित करने के लिए शिमला के अन्य स्थानों पर भी इसी तरह के कदम उठाए जाएंगे। इसके उपरांत इन निर्णयों के परिणाम के आधार पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि टूरिज्म तथा व्यापार मंडल से जुड़े कर्मचारियों की मासिक आधार पर सैंपलिंग की जाएगी। जिसकी सूची समिति के द्वारा प्रशासन को दी जाएगी।
इस मौके पर होटल तथा दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों की वैक्सीनेशन की स्थिति पर भी चर्चा की गई।