पर्यटकों से पहले पर्यटन उद्योग पर शिकंजा कसना आरंभ

कोरोना की तीसरी लहर को रोकने की कवायद

शिमला, 18 जुलाई। पर्यटन नगरी व हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में पर्यटकों की उमड़ रही भारी भीड़ यहां कोरोना की संभावित तीसरी लहर का कभी भी कारण बन सकती है। ऐसे में पर्यटक भले ही बेखौफ घूम रहे हैं और कोरोना नियम को तोड़ रहे हैं लेकिन स्थानीय लोग बुरी तरह सहमे हुए हैं। इस बीच अब जिला प्रशासन भी कोरोना की संभावित तीसरी लहर से सहमा हुआ है। हालांकि इस सबके बावजूद जिला प्रशासन कोरोना नियमों को तोड़ रहे पर्यटकों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय अपने ही लोगों पर शिकंजा कसने में जुट गया है। इस कड़ी में आज शिमला जिला के पर्यटन विकास अधिकारी ने अपने दल-बल के साथ शहर के ताराहॉल और लक्कड़बाजार क्षेत्र में विभिन्न होटलों पर धावा बोला तथा कोरोना मानक संचालन प्रक्रिया की पालना न करने वाले होटल मालिकों और कर्मचारियों के चालान काटे।

जिला पर्यटन विकास अधिकारी जीडी कालटा के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में पुलिस जवानों ने भी हिस्सा लिया और मास्क न पहनने वाले 22 होटल कर्मचारियों के चालान काटे तथा 11 हजार रुपए का जुर्माना वसूला। कालटा के अनुसार इस दौरान चार होटलों में भी अन्य अनियमितताएं पाई गईं और इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। कोरोना नियमों को लेकर ही जिला पर्यटन विकास अधिकारी ने फिंगास्क क्षेत्र के 13 होटलों का भी निरीक्षण किया और इनमें से आठ में कोरोना प्रोटोकॉल की अनियमितताएं पाई गईं।

जिला पर्यटन विकास अधिकारी के नेतृत्व में ये टीम होटलों में कोरोना प्रोटोकॅल को अमल में न लाने की प्रक्रिया की जांच कर रही है। इस दौरान इन होटलों में पर्याप्त सैनेटाइजर और थर्मल स्केनिकंग के अलावा अन्य दिशा-निर्देशों की अनुपालना को सुनिश्चित करवाया जा रहा है। कालटा का कहना है कि होटलों पर शिकंजा कसने की ये कार्रवाई लगातार जारी रहेगी ताकि कोरोना मानक संचालन प्रक्रिया की अनुपालना सुनिश्चित की जा सके और इस महामारी की तीसरी लहर को रोका जा सके। उनका ये भी कहना है कि यदि होटल मालिक और कर्मचारी कोरोना प्रोटोकोल का पालन करेंगे तभी वह पर्यटकों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित कर सकेंगे।

पर्यटकों के चालान काटे

केंद्र सरकार के कड़े रुख और अदालत से भी कोरोना नियमों की अवहेलना पर फटकार के बाद शिमला जिला प्रशासन की अब नींद टूटी है और कोरोना प्रोटोकॉल की पालना न करने वाले पर्यटकों पर शिमला के साथ-साथ आसपास के पर्यटक स्थलों पर भी शिकंजा कसने लगा है। आज नायब तहसीलदार शिमला ग्रामीण की अगुवाई में जिला प्रशासन की एक टीम ने मशोबरा, हसन वैली, छराबड़ा और कुफरी क्षेत्र में अचानक छापेमारी की तथा मास्क न पहनने वाले नौ पर्यटकों के चालान किए। नायब तहसीलदार एचएल गैजटा ने बताया कि इस दौरान पर्यटकों को सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क पहनने के बारे में जागरूक किया गया।

रिज और मालरोड पर न बैठने की हिदायत

पर्यटन नगरी के प्रसिद्ध रिज मैदान और मालरोड पर भीड़ भाड़ एकत्रित न होने देने और यहां न बैठने को लेकर जिला प्रशासन ने आज से जागरुकता अभियान शुरू कर दिया है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के कलाकार मालरोड, रिज मैदान, लक्कड़ बाजार और लोअर बाजार में जगह-जगह घूमकर भी लोगों को सामाजिक दूरी बनाए रखने और अनावश्यक रूप से रिज व मालरोड पर न बैठने की हिदायतें दे रहे हैं। जिला प्रशासन ने बीते रोज ही शहर के रिज व मालरोड पर पर्यटकों और स्थानीय लोगों की आमद को नियंत्रित करने का फैसला लिया है।